सीएम योगी ने दारोगा प्रशांत के परिवार को 50 लाख रुपए की मदद का किया घोषणा

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आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में बुधवार देर शाम एक दारोगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दारोगा प्रशांत कुमार यादव (35 वर्ष) खंदौली थाना के नहर्रा गांव में आलू खुदाई को लेकर दो भाइयों के बीच विवाद की सूचना पर कांस्टेबल के साथ पहुंचे थे। इसी दौरान एक भाई ने तमंचा लहराया और दरोगा को गोली मार दी। इस दुस्साहसिक वारदात से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद दारोगा की मौत पर गहरा दुख व्यक्त जताते हुए उनके परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद दिए जाने की घोषणा की है।
आगरा के जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि शासन स्तर से आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा हो गई है। शहीद दरोगा के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने और जिले की एक सड़क का नामकरण उनके नाम से करने की घोषणा शासन स्तर से की गई है। उन्होंने बताया कि शासन स्तर से शहीद दरोगा के परिवार की हर संभव मदद करने की घोषणा भी की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार शहीद दरोगा के परिवार के साथ है।
पुलिस के अनुसार, नहर्रा गांव में शिवनाथ और विश्वनाथ के बीच आलू खुदाई को लेकर विवाद हो गया। बुधवार सुबह से इस बात पर दोनों के बीच विवाद चल रहा था। शाम को विश्वनाथ तमंचा लहराने लगा। उसने मजदूरों को धमकाना शुरू कर दिया। सूचना पर खंदौली थाने से दरोगा प्रशांत कुमार यादव और सिपाही चंद्रसेन पहुंचे। विश्वनाथ के हाथ में तमंचा देख दरोगा ने साहस दिखाया। पीछा करके उसे दबोचने का प्रयास किया। वह खेत में भागने लगा। दरोगा प्रशांत कुमार को पीछा करते देख उसने तमंचे से गोली चला दी। जोकि दरोगा की गर्दन में लगी। फायरिंग से अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर थाने से फोर्स पहुंचा। लहूलुहान हालत में दरोगा प्रशांत कुमार को अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के मुताबिक, प्रशांत कुमार यादव वर्ष 2015 बैच के दरोगा थे। वह मूलत: बुलंदशहर के गांव छतारी के निवासी थे। वर्तमान में उनका परिवार आगरा में ही रह रहा है। घटना की सूचना से उनके परिवार में कोहराम मच गया।

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