दो पूर्व कार्यवाहक प्रधानाचार्यों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
आजमगढ़। एसकेपी इंटर कॉलेज, आजमगढ़ में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। कॉलेज के चपरासी मुन्ना की मूल सेवा पंजिका रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। प्रधानाचार्य ने इस मामले में दो पूर्व कार्यवाहक प्रधानाचार्यों नरेंद्र सिंह और शरदिंदु सिंह पर साजिश रचकर सेवा पंजिका गायब करने का गंभीर आरोप लगाया है। पुलिस ने 3 दिसंबर को कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कर ली है। प्रधानाचार्य बृजेश कुमार सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि चपरासी मुन्ना ने लिखित बयान दिया कि तत्कालीन कार्यवाहक प्रधानाचार्य नरेंद्र सिंह ने कहा था, तुम कोर्ट में धारा-409 आईपीसी के केस में हमारे खिलाफ गवाही देने जा रहे हो, इसलिए मैं तुम्हारा सहयोग नहीं कर सकता। इसके बाद सेवा पंजिका मांगी गई और फिर गायब कर दी गई। प्रधान लिपिक विजय प्रताप सिंह ने भी लिखित बयान दिया कि नरेंद्र सिंह (01.04.2018 से 16.08.2022 तक कार्यवाहक प्रधानाचार्य रहे) ने जीव विज्ञान प्रवक्ता शरदिंदु सिंह के माध्यम से सेवा पंजिका ली और वापस नहीं की। नरेंद्र सिंह 31 मार्च 2025 को रिटायर हो चुके हैं। प्रधानाचार्य की तहरीर पर कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कर ली है। आरोपियों नरेंद्र सिंह पुत्र स्व. गोरखनाथ सिंह, ग्राम धरौली कुसमहरा, थाना कप्तानगंज, शरदिंदु सिंह पुत्र स्व. विजय प्रताप सिंह, ग्राम पल्हना, पोस्ट भोजपुर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराओं (धोखाधड़ी, विश्वासघात, आपराधिक साजिश आदि) में मुकदमा दर्ज किया गया है।

