आजमगढ़: शिब्ली नेशनल कालेज के सहायक प्रोफेसर की भर्तियों की जांच शुरू

Youth India Times
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राजभवन ने 15 दिन में जांच रिपोर्ट देने का कुलपति को दिया आदेश


आजमगढ़। राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशांक शेखर सिंह पुष्कर की लिखित शिकायत पर आजमगढ़ की अल्पसंख्यक संस्था-शिब्ली नेशनल कालेज में विभिन्न विषयों की चल रही सहायक प्रोफेसर की 46 से अधिक पदों की नियुक्तियों की जांच शुरू हो गई है। बताते चलें कि युवाओं की आवाज हर मंचों पर उठाने वाले शशांक शेखर सिंह पुष्कर ने पिछले कई महीनों से चल रही सहायक प्रोफेसर की भर्तियों में हुए अनियमितता, भाई-भतीजावाद तथा धन उगाही के खेल की जांच करने तथा उन नियम विरुद्ध हुई नियुक्तियों का कुलपति द्वारा अनुमोदन रोकने विषयक शिकायत पिछले 8 और 9 अगस्त को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल तथा कुलाधिपति श्रीमती आनंदी पटेल से सीधे राजभवन से किया था। राजभवन ने श्री शेखर की तथ्यात्मक शिकायत को संज्ञान में लिया है और शिबली नेशनल कालेज की नियम विरुद्ध चल रही सहायक प्रोफेसर की भर्तियों की जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट राजभवन को भेजने के लिए महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़ के कुलपति को आदेश दिया है।
अपने 11 सितंबर 2023 के आदेश में राज्यपाल और कुलाधिपति श्रीमती आनंदी बेन पटेल के विशेष कार्याधिकारी-ओएसडी डॉ पंकज एल. जानी ने राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के शिकायती पत्र को संज्ञान में लेते हुए उसकी प्राथमिक जांच करने के लिए कुलपति को आदेश दिया है और 15 दिन में रिपोर्ट मांगा है। श्री शेखर ने अपने आरोप में कहा कि शिब्ली नेशनल कालेज आजमगढ़ में नियम विरुद्ध सहायक प्रोफेसर की नियुक्तियां चल रही हैं। कालेज के प्राचार्य डॉ अफसर अली, प्रबंध समिति तथा चयन समिति के करीबी रिश्तेदारों की नियुक्तियां की गयी हैं। जो योगी सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति को मुंह चिढ़ा रहा है। अंधेरेगर्दी तो यह है कि स्वयं कालेज की प्रबंध समिति के सदस्य डा0 अब्दुल कवि (प्राचार्य के सगे मामा) की होने वाली पुत्रवधु कु०हेरा रिजवान की बीएड विभाग में सहायक प्रोफेसर पद पर नियुक्ति। प्राचार्य अफसर अली के सगे भाई मोहम्मद काशिफ की नियुक्ति सहायक प्रोफेसर वनस्पति विज्ञान विभाग में। - प्राचार्य के सगे बहनोई डा०अशरफ की भूगोल विभाग मे सहायक प्रोफेसर पद पर। कालेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष अबुसाद अहमद शमसी की भांजी डॉ सीमा सादिक की बीएड विभाग में सहायक प्रोफेसर पद पर। सोसाइटी के अध्यक्ष शौकत अली के पुत्र डा० मोकर्रम अली की फारसी विभाग में सहायक प्रोफेसर पद पर।
कालेज के प्रबंधक अतहर राशीद खान के रिश्तेदार मिर्ज़ा अहसन बेग की वनस्पति विभाग में सहायक प्रोफेसर पद पर नियुक्तियां की गयी हैं । इन नियुक्तियों से एक बात तो स्पष्ट हो चुका है कि बड़े पैमाने पर भाई -भतीजाबाद और भ्रष्टाचार किया गया है। यह केवल संयोग भर तो नहीं हो सकता है कि केवल यही अभ्यर्थी सर्वाधिक योग्य थें, चयन समिति में और कोई योग्य मिला ही नहीं। जबकि इस चयन समिति में स्वयं अबुसाद अहमद शमसी, प्राचार्य, और प्रबंधक बतौर सदस्य प्रतिभाग कियें हैं। इन नियुक्तियों के तार उच्च स्तर से भी जुड़े होने की पूरी संभावना हैं, जिनकी सघन जांच से दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि शिब्ली नेशनल कालेज के प्राचार्य डॉ अफसर अली की खुद की नियुक्ति संदेह के घेरे में है, जिसकी जांच राजभवन द्वारा पहले से की जा रही है। ऐसी स्थिति में पिछले 27 अप्रैल 2023 को कुलपति द्वारा प्राचार्य की नियुक्ति का भी अनुमोदन कर देने से यह संदेह गहरा हो जाता है कि कुलपति और प्राचार्य की आपसी गठजोड़ से कहीं नियम विरुद्ध हुई 46 से अधिक नियुक्तियों को भी इसी कुलपति द्वारा अनुमोदित कर एक बड़े खेल अंजाम न दे दिया जाए। जिसकी पूरी संभावना है। इसी कारण श्री शेखर ने कुलपति की भूमिका और भ्रष्टाचार की जांच करने के लिए भी शिकायत पृथक से किया है। जिस पर राजभवन ने कुलपति से भी अपना जवाब मांगा है।

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