आजमगढ़ : रात के अंधेरे में मकान पर चला बुलडोजर

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सांकेतिक तस्वीर







दबंगों ने अवैध कब्जे को किया ध्वस्त, पुलिस की मिलीभगत का आरोप
अगर ऐसा हुआ है तो निश्चित कार्रवाई की जाएगी : डीएम
आजमगढ़। जनपद के कंधरापुर थाना क्षेत्र के इसहाकपुर गांव में शनिवार की रात बुलडोजर ने जमकर कहर बरपाया। दबंगों द्वारा रात के अंधेरे में बुलडोजर से एक मकान को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि इस घटना की जानकारी स्थानीय थाना को नहीं हो पाई। वहीं कुछ लोग इस घटना को थाने की मिलीभगत से ही जोड़कर देख रहे हैं। कंधरापुर थाना क्षेत्र के इसहाकपुर गांव में बृहस्पतिवार की दोपहर सरकारी भूमि पर कब्जा हटाने गए नायब तहसीलदार मानवेंद्र पर ग्रामीणों ने जमकर पत्थरबाजी कर दी थी। इस घटना में शामिल आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं शनिवार की रात कतिपय दबंगों द्वारा और असंवैधानिक तरीके से रात के अंधेरे में बुलडोजर द्वारा सरकारी जमीन पर बने मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया। बाद में इस घटनाक्रम की जानकारी पुलिस को हुई लेकिन उसके द्वारा भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जानकारी के अनुसार कंधरापुर थाना क्षेत्र के इसहाकपुर गांव में राकेश नाम के एक व्यक्ति ने सरकारी भूमि पर कब्जा किया था। उसके पीछे कुछ लोगों ने प्लाटिंग की हुई है। उन लोगों द्वारा उक्त जमीन को खाली कराने का प्रयास किया गया। इस मामले में पूर्व एसडीएम सदर सुनील कुमार धनवंता ने बेदखली का आदेश जारी कर दिया। एसडीएम के आदेश पर नायब तहसीलदार मानवेंद्र बृहस्पतिवार को पुलिस टीम के साथ कब्जा हटवाने के लिए गांव में पहुंचे। राकेश के घर वाले राजस्व टीम का विरोध करने लगे। मामला बढ़ता ही गया। इसके बाद राकेश के परिजन नायब तहसीलदार समेत अन्य लोगों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस घटना में नायब तहसीलदार के अर्दली को चोट लगी। हालात बेकाबू होते देख राजस्व टीम को पीछे हटना पड़ा। थानाध्यक्ष केके गुप्ता राकेश और उसके परिजनों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं शनिवार को पुलिस को पता भी नहीं चला और रात के अंधेरे में कतिपय लोगों द्वारा बुलडोजर लगाकर अवैध निर्माण को ढहा दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची और छानबीन कर लौट आई। इस संबंध में थानाध्यक्ष कंधरापुर केके गुप्ता ने बताया कि दूसरे पक्ष के लोगों ने गलत किया कि बिना हमें सूचना दिए अवैध निर्माण को ढहा दिया। जानकारी पुलिस भी मौके पर पहुंची। जब हमने लेखपाल से बात की तो उन्होंने कहा कि जहां से इन लोगों ने कब्जा हटाया है वह तो उन्हें दे दी गई है। ऐसे में यह गलत नहीं है। वहीं इस मामले में यह चर्चा जोरों पर है कि अगर वह निर्माण अवैध था तो उसे कब्जा मुक्त या ध्वस्त करने का अधिकार राजस्व टीम को या प्रशासन को है। कब्जाधारियों की अनुपस्थिति में रात के अंधेरे में कतिपय लोगों द्वारा ऐसी कार्रवाई करना कानून व्यवस्था को खुली चुनौती देने जैसा है।
इस मामले में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार द्वितीय ने कहा कि हमें इस संबंध में जानकारी नहीं है। लेकिन, मैं इसके बारे में पता करता हूं, अगर ऐसा हुआ है तो गलत है। इस मामले में निश्चित कार्रवाई की जाएगी

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