सिपाही की करतूत, प्रेमिका को मौत के घाट उतार कुएं में फेंक दी लाश

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सर्विलांस टीम की मदद से वारदात का खुलासा, हत्यारोपी सिपाही और उसके साथी गिरफ्तार

कानपुर कमिश्नरेट पुलिस एक बार फिर दागदार हुई है। पुलिस लाइन में तैनात 50 साल के सिपाही ने साथी के साथ मिलकर 26 साल की प्रेमिका की हत्या कर डाली। फिर शव को ठिकाने लगाने अपने पैतृक गांव एटा ले गया और कुएं में फेंक दिया। इधर, बर्रा पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से वारदात का खुलासा कर हत्यारोपी सिपाही और उसके साथी को शनिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। प्रेमिका का शव 18 फरवरी को ही एटा में मिल चुका था। शनिवार को डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि मूलरूप से फतेहपुर के परसेड़ा गांव निवासी किसान बाबू प्रसाद तिवारी, पत्नी संगीता, बेटी 26 वर्षीय शालिनी और बेटे अमित के साथ वर्ष 2022 से बर्रा थानाक्षेत्र में किराये के मकान में रह रहे हैं। शालिनी कल्याणपुर स्थित मेडिकल कॉलेज से नर्सिंग का कोर्स करने के बाद दामोदर नगर निवासी पप्पू सिंह परिहार के मकान में किराये पर रहने लगी। इधर, शालिनी के प्रेम संबंध तब बर्रा थाने में पीआरवी में तैनात 50 वर्षीय हेड कांस्टेबल मनोज कुमार से हो गए। नजदीकियां बढ़ने के बाद शालिनी शादी करने का दबाव बनाने लगी, लेकिन शादीशुदा व दो बच्चों का पिता होने के चलते सिपाही पीछा छुड़ाने लगा। 8 फरवरी को शालिनी पड़ोस में किराये पर रहने वाली महिला का बैग लेकर अयोध्या जाने की बात कहकर घर से निकली थी, जिसके बाद वह नहीं लौटी। शालिनी का पता न चलने पर परिजनों ने तीन मार्च को बर्रा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया कि शालिनी का नंबर सर्विलांस पर लगाया गया तो उसकी लोकेशन एटा जनपद में मिली। उसके साथ ही दो मोबाइल नंबरों की लोकेशन भी मिली। बर्रा पुलिस एटा पहुंची तो जानकारी मिली कि जैथरा गांव में 18 फरवरी को एक युवती का शव मिला था। पुलिस ने शिनाख्त कराई तो मृतका की पहचान शालिनी के रूप में हुई। डीसीपी ने बताया कि मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने भीमसेन, रामसिंह पुरवा गांव निवासी राहुल कुमार को हिरासत में लिया। घटना का खुलासा होने के बाद मनोज के कई काले चिह्वे सामने आए। बर्रा थाने के बाद मनोज की तैनाती घाटमपुर में हुई थी। इस दौरान उसके संबंध घाटमपुर निवासी एक महिला से हो गए थे, नगरपालिका में विद्युत विभाग में तैनात कर्मचारी ने उसका विरोध किया तो मनोज ने उसके साथ मारपीट की थी, जिस पर कर्मचारी ने उसकी आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत की थी। मामले का संज्ञान में लेकर अधिकारियों ने मनोज को सस्पेंड कर दिया था। शनिवार को घटना के खुलासे के दौरान मृतका शालिनी की मां संगीता व भाई अमित भी डीसीपी साउथ कार्यालय पहुंचे। इस दौरान अमित के भाई ने बर्रा पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कई बार थाने से टरकाने का आरोप लगाया। अमित ने बताया कि घटना में अन्य लोग भी शामिल हैं, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। प्रेस कांफ्रेंस के बाद पुलिस हत्यारोपियों को जेल लेकर जाने लगी, तभी अमित ने हत्यारोपियों के साथ हाथापाई की। हत्यारोपी राहुल ने बताया कि 8 फरवरी को वह शालिनी को लेकर साथी मनोज के साथ अपनी बोलैरो कार में एटा के लिए निकला था। रास्ते में मनोज ने शालिनी का गमछे से गला घोंट दिया। शव को छिपाने के लिए मनोज अपने गांव जैथरा ले गया, जहां कुएं में शव फेंक दिया था। डीसीपी ने बताया कि गुमशुदगी की धारा को तरमीम कर हत्यारोपियों के खिलाफ अपहरण, हत्या व साक्ष्य छिपाने की धारा में बढ़ोत्तरी की गई है। आरोपियों को जेल भेजा गया है। डीसीपी साउथ ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद मनोज पुलिस लाइन लौट आया था। इसके बाद वह रोजाना की तरह ड्यूटी करने लगा था। वहीं पुलिस को गुमराह करने के लिए मनोज ने राहुल के माध्यम से शालिनी का सिम अयोध्या में फिकवा दिया था।

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