सपा ने इस सीट से चुनाव बहिष्कार का किया एलान

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पार्टी जिलाध्यक्ष और पूर्व प्रत्याशी ने दी जानकारी
रामपुर। लोकसभा चुनाव में सपा ने रामपुर सीट से अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। ऐसे में मंगलवार को प्रेसवार्ता करते हुए चुनाव का बहिष्कार करते हुए सपाईयों ने सभी को चौंका दिया है। सपा जिलाध्यक्ष अजय सागर व पिछले उप चुनाव में प्रत्याशी रहे आसिम राजा ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का एलान कर दिया। राजद्वारा स्थित सपा कैंप कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में आसिम राजा ने बताया कि 2022 रामपुर के लोकसभा के उपचुनाव में हमारी महिलाओं को बेइज्जत किया गया। हमारे वोटरों के साथ बदसुलूकी की गई। ऐसे में चुनाव के मायने नहीं रह जाते हैं। जिलाध्यक्ष अजय सागर ने चुनाव के बहिष्कार के एलान के बाद सपा नेता आजम खां द्वारा लिखे गए एक पत्र को जारी करते हुए तस्वीर साफ कर दी है। जिसमें लिखा है कि लोकसभा के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। पहले चरण में ही रामपुर का चुनाव है। सबकी निगाहें प्रत्याशी की घोषणा पर लगी हुई है। हम भी पिछले 40-50 वर्षों से चुनाव प्रकिया के भागीदार रहे है, लेकिन हमारे सामने केवल चुनाव कभी नहीं रहा बल्कि हमेशा गरीबों, मजदूरों, युवाओं तथा विशेषकर आने वाली नस्लों का भविष्य हमारी सियासत और जिन्दगी का मकसद रहा है। पूरा जीवन इसी मकसद को हासिल करने में हमने लगाया है। आज उसी की सजा हमको मिल रही है। पार्टी के साथी और हमारा पूरा परिवार जेल की कोठरियों मे जिंदगी के दिन काट रहा है। पिछले कुछ समय में रामपुर को बर्बाद करने में कोई कसर नही छोड़ी गई। हजारों बेगुनाह लोगों पर झूठे मुकदमे लगाए गए और जेलों में डाला गया। पुलिस ने रामपुर को जी भरकर लूटा तथा महिलाओं को अपमानित करने का अपना शौक भी पूरा किया। रामपुर की आम जनता के साथ घोर अन्याय किया गया। पिछले दो उपचुनावों में जो कुछ हुआ उसे पूरी दुनिया अच्छी तरह जानती है। रामपुर की ऐसी विशेष परिस्थितियों के कारण लोकसभा के वर्तमान चुनाव में हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से रामपुर से चुनाव लड़ने का आग्रह किया था। हमारा विचार था कि इन हालात में राष्ट्रीय अध्यक्ष का रामपुर से चुनाव लड़ना आवश्यक है। हम समझते हैं कि कन्नौज, आजमगढ़, बदायूं, मेनपुरी, ऐटा, फिरोजाबाद महत्वपूर्ण सीटें हैं जिनका जीतना जरूरी है। इस सबके बाद रामपुर आता है, यहां कौन जीतेगा? जेल भेजा गया और अब भी यह अत्याचार जारी है। हमने सोचा था कि रामपुर के इस माहौल को बदलने तथा गरीब जनता, पीड़ित कार्यकर्ताओं पर हो रहे अत्याचार के माहौल में राष्ट्रीय अध्यक्ष का रामपुर आना जरूरी है। पिछले दो उपचुनाव में जो कुछ हुआ उसे कौन भूल सकता है। हम जीवन भर झोली फहलाकर, नवाबों और बाहुबलियों से लड़कर ही यहां तक पहुंचे हैं और आज जो कुछ हमारे साथ हो रहा है वो भी रामपुर के तमाम लोग और पूरी दुनिया देख रही है। रामपुर वालों को दिए गए जख्मों और घावों की जलन ओर तड़प कम करने के लिए ही हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को रामपुर से चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रित किया था। हमने बहुत चुनाव लड़े, जीते भी और कभी हार भी देखी लेकिन हौसला कभी नहीं हारा। परंतु जब चुनाव, चुनाव ही न रहे तो कुछ सोचना ही पड़ता है। एक ही जिले और मंडल में एक ही अधिकारी चुनाव आयोग के नियमों के विरूद्ध रह रहा है और उद्देश्य केवल और केवल चुनाव हराना ही है तो परिस्थितियों को खूब समझा जा सकता है। ऐसे माहौल और हालात में हम वर्तमान चुनाव का बायकाट (बहिष्कार) करते है। रामपुर के वर्तमान चुनाव के बारे में राष्ट्रीय अध्यक्ष ही निर्णय लेंगे। सपा जिलाध्यक्ष अजय सागर ने बताया कि जिला स्तर पर सपा ने रामपुर सीट से चुनाव का बहिष्कार किया है, इस चुनाव में भी पिछले चुनावों की तरह वोटरों को डराने की तैयारी है। जिसके चलते राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रामपुर सीट के लिए जो फैसला करेंगे सभी को मंजूर होगा।

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