यूपी में आफत की बारिश और बाढ़ से नौ की मौत, कई ट्रेनें निरस्त

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घाघरा, सरयू, राप्ती खतरे के निशान से ऊपर
लखनऊ। यूपी में कहीं तेज और कहीं रुक-रुककर बारिश का दौर मंगलवार को भी जारी रहा। बारिश जनित हादसों में नौ लोगों की मौत हो गई। नेपाल और प्रदेश में हो रही बारिश के चलते घाघरा, सरयू, यमुना,कोसी, रामगंगा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। इसके चलते बलरामपुर,श्रावस्ती, गोंडा, बहराइच, सीतापुर, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली और गोरखपुर के कई गांव जलमग्न हैं और इनका जिला मुख्यालयों से संपर्क कटा हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के विभिन्न अंचलों में गरज-चमक के साथ कहीं हल्की या सामान्य और कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
आकाशीय बिजली गिरने से बांदा में दो लोगों की मौत हो गई। अयोध्या के मिल्कीपुर में मकान ढहने से दो और अमरोहा में दीवार गिरने से एक व्यक्ति की जान चली गई। बलरामपुर में बाढ़ की चपेट में आए गांवों में समय से इलाज न मिल पाने के कारण तीन लोगों की मौत हो गई।
बहराइच में सड़क पर पानी के तेज बहाव की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बाढ़ प्रभावित बलरामपुर, बहराइच और श्राावस्ती का हवाई सर्वेक्षण किया और बचाव व राहत कार्य के निर्देश के साथ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया।
अयोध्या में बीते 36 घंटे में 98.06 मिमी. बारिश हुई है। सरयू नदी का जलस्तर बढ़कर खतरे के निशान से 81 सेमी ऊपर पहुंच गया है। बलरामपुर के लगभग 350 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। गोंडा में बाढ़ और विकाराल हो गई है। घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से 111 सेमी ऊपर बह रही है। नेपाल से बीती रात छोड़े गए 7.5 लाख क्यूसेक पानी से सरयू नदी का जलस्तर पहली बार उच्चतम जलस्तर के करीब पहुंचने वाला है।
इससे बाराबंकी में तराई के आसपास के करीब सवा सौ गांवों में पानी भर गया। सरयू का रौद्र रूप देख सहमे लोगों ने सुरक्षित ठिकानों की ओर पलायन करना शुरू कर दिया है। अम्बेडकरनगर के 10 गांवों में सरयू नदी का पानी घुस गया है। श्रावस्ती के निचले क्षेत्रों में बाढ़ का पानी अब भी भरा है। सड़कें क्षतिग्रस्त हैं और रास्ता बाधित है।
लगातार बारिश से गोरखपुर से होकर बहने वाली राप्ती, रोहिन, गोर्रा और सरयू काफी खतरनाक हो गई हैं। कई मार्गों पर यातायात प्रभावित है। बढ़नी से बलरामपुर तक रेल यातायात बंद कर दिया गया है। मंगलवार को गोमतीनगर-गोरखपुर एक्सप्रेस, ऐशबाग एक्सप्रेस, ऐशबाग-गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेनें निरस्त रहीं। गोरखपुर-बान्द्रा एक्सप्रेस और गोरखपुर-पनवेल एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर-बस्ती-गोण्डा के रास्ते रवाना की गई।
बस्ती-डुमरियागंज-बढ़नी स्टेट हाईवे पर करीब दो फुट पानी आ गया है। मुरादाबाद में कोसी के उफान में रामपुर और मुरादाबाद के कई दर्जन गांव घिर गए हैं। मेरठ में दोपहर तक जमकर बारिश हुई। बिजनौर में गंगा चेतावनी बिंदु से ऊपर बह रही हैं। बरेली में पांच दिन तक लगातार हुई बारिश से रामगंगा से सटे जिले के 154 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। प्रयागराज में बारिश से गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। जिसका सीधा असर माघ मेला की तैयारी पर पड़ रहा है।

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