नई सरकार के गठन से पहले ही बिजली विभाग के इन कर्मचारियों पर गिरेगी गाज

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन विभाग में तैनात भ्रष्टाचारियों को किनारे लगाने में जुट गया है। बीते एक पखवाड़े में 59 कार्मिकों को बर्खास्त किया जा चुका है। दो भ्रष्टाचारी जो सेवानिवृत्त हो गए हैं उनके पेंशन से सौ फीसदी कटौती का आदेश भी प्रबंधन ने जारी कर दिया है। भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त अन्य दर्जनों कार्मिकों के खिलाफ प्रदेश में नई सरकार के शपथ लेने से पहले ही कठोर कार्रवाई करने की तैयारी महकमे में चल रही है।
सूत्र बताते हैं कि नोएडा में अस्थाई कनेक्शन घोटाला के आरोपी 23 अभियंताओं के खिलाफ जल्द कार्रवाई हो सकती है। इन आरोपियों की फाइल पर मंथन चल रहा है। घोटाले में पूरी तरह लिप्त पाए जाने वाले अभियंताओं के खिलाफ प्रबंधन कठोर कार्रवाई करने की तैयारी में है। इसके अलावा प्रदेश में अस्थाई कनेक्शन देकर बिल्डरों को लाभ देने वाले कई अन्य अभियंता, अनुशासनहीनता के आरोपी अभियंता व अन्य कर्मचारी आदि के मामलों में भी जल्द कार्रवाई की जा सकती है। प्रबंधन द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाइयों से भ्रष्टाचार के आरोपी कार्मियों में हड़कंप मचा है।
बीते एक पखवाड़े में 55 जेई को लंबे समय से लापता रहने के कारण सेवा से बर्खास्त किया गया। पीएफ घोटाले में आरोपी जीएम को बर्खास्त करने के साथ ही 900 करोड़ से अधिक रिकवरी की कार्रवाई प्रबंधन ने किया। पीएफ घोटाले में ही निदेशक वित्त की पेंशन से 100 फीसदी कटौती तथा 900 करोड़ से अधिक रिकवरी की कार्रवाई की गई।
प्रयागराज में कार्यालय में ड्यूटी के दौरान शराब पीने के आरोप में दो कार्मिकों को सेवा से बर्खास्त करने की कार्रवाई हुई। इसके साथ ही नोएडा में अस्थाई कनेक्शन घोटाले के आरोपी एक कार्मिक को तबादला आदेश के बावजूद रिलीव नहीं करने के आरोप में एक अधिशासी अभियंता जो कि अभियंता संघ के केंद्रीय पदाधिकारी भी हैं उन्हें निलंबित करने की कार्रवाई प्रबंधन की तरफ से की गई है। सहारनपुर के बेहट में आर्थिक भ्रष्टाचार के आरोपी एसडीओ को सेवा से बर्खास्त करने के साथ ही सेवानिवृत्त लिपिक के पेंशन से सौ फीसदी कटौती का आदेश भी प्रबंधन ने जारी किया।

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