जिन्ना की मजार पर माथा टेकने आडवाणी गये थे मुलायम या अखिलेश नहीं

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शाह के जैम वाले बयान पर सपा विधायक तंजीन फात्मा का पलटवार
आजम ने हमेशा किया जिन्ना की विचारधारा का विरोध-तंजीन फात्मा
लखनऊ, 14 नवंबर। सीतापुर जेल में बंद रामपुर के सांसद मोहम्मद आजम खान की विधायक पत्नी तंजीन फात्मा ने गृहमंत्री अमित शाह के जैम यानि जिन्ना,आजम और मुख्तार वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुझे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि आजम खान का नाम जिन्ना के साथ जोड़ा गया। आजम साहब सांसद हैं, उनका नाम जिन्ना के साथ गृहमंत्री ने जोड़ा। आजम हमेशा से ही एक मजबूत राष्ट्रवादी रहे हैं।उन्होंने हमेशा ही जिन्ना की विचारधारा का विरोध किया है। उन्होंने कभी पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया और न ही पाकिस्तान जाने जैसी कोई बात कही।पत्नी तंजीन फात्मा ने आगे बोलते हुए कहा कि एक ऐसा व्यक्ति जिसके मन में देश के लिए इतना प्रेम हो कि उन्होंने यहां इतने शिक्षण संस्थानों की स्थापना की, जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना की उसका नाम जिन्ना के साथ जोड़ना सरासर अन्याय किया जा रहा है। तंजीन फात्मा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह और अखिलेश यादव ने कभी पाकिस्तान जाकर जिन्ना की कब्र पर मत्था नहीं टेका, जबकि लालकृष्ण आडवाणी जब पाकिस्तान गए तो उन्होंने जिन्ना की कब्र पर जाकर अपना मत्था टेका। तो बताइए आजम खान किस तरह से जिन्ना की विचारधारा के समर्थक हो सकते हैं। जिन्ना की विचारधारा और पार्टीशन का न सिर्फ पार्टी बल्कि आजम खान और हर हिन्दुस्तानी विरोध करता है। तंजीन फात्मा ने कहा कि यह सब राजनीति से प्रेरित है। आजमगढ़ पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने समाजवादी पार्टी पर जमकर साधा था। उन्होंने पूछा कि उन्हें बीजेपी का जैम चाहिए या फिर सपा का जैम यानि जिन्ना, आजम खान और मुख्तार अंसारी।उन्होंने बताया कि मोदी जैम लेकर आए हैं जिसका मतलब जे से जनधन, ए से आधार और एम से मोबाइल। इससे उन्होंने भ्रष्टाचार खत्म किया है।जिन्ना की मजार पर माथा टेकने आडवाणी गये थे मुलायम या अखिलेश नहीं
शाह के जैम वाले बयान पर सपा विधायक तंजीन फात्मा का पलटवार
आजम ने हमेशा किया जिन्ना की विचारधारा का विरोध-तंजीन फात्मा
लखनऊ, 14 नवंबर। सीतापुर जेल में बंद रामपुर के सांसद मोहम्मद आजम खान की विधायक पत्नी तंजीन फात्मा ने गृहमंत्री अमित शाह के जैम यानि जिन्ना,आजम और मुख्तार वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुझे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि आजम खान का नाम जिन्ना के साथ जोड़ा गया। आजम साहब सांसद हैं, उनका नाम जिन्ना के साथ गृहमंत्री ने जोड़ा। आजम हमेशा से ही एक मजबूत राष्ट्रवादी रहे हैं।उन्होंने हमेशा ही जिन्ना की विचारधारा का विरोध किया है। उन्होंने कभी पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया और न ही पाकिस्तान जाने जैसी कोई बात कही।पत्नी तंजीन फात्मा ने आगे बोलते हुए कहा कि एक ऐसा व्यक्ति जिसके मन में देश के लिए इतना प्रेम हो कि उन्होंने यहां इतने शिक्षण संस्थानों की स्थापना की, जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना की उसका नाम जिन्ना के साथ जोड़ना सरासर अन्याय किया जा रहा है। तंजीन फात्मा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह और अखिलेश यादव ने कभी पाकिस्तान जाकर जिन्ना की कब्र पर मत्था नहीं टेका, जबकि लालकृष्ण आडवाणी जब पाकिस्तान गए तो उन्होंने जिन्ना की कब्र पर जाकर अपना मत्था टेका। तो बताइए आजम खान किस तरह से जिन्ना की विचारधारा के समर्थक हो सकते हैं। जिन्ना की विचारधारा और पार्टीशन का न सिर्फ पार्टी बल्कि आजम खान और हर हिन्दुस्तानी विरोध करता है। तंजीन फात्मा ने कहा कि यह सब राजनीति से प्रेरित है। आजमगढ़ पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने समाजवादी पार्टी पर जमकर साधा था। उन्होंने पूछा कि उन्हें बीजेपी का जैम चाहिए या फिर सपा का जैम यानि जिन्ना, आजम खान और मुख्तार अंसारी।उन्होंने बताया कि मोदी जैम लेकर आए हैं जिसका मतलब जे से जनधन, ए से आधार और एम से मोबाइल। इससे उन्होंने भ्रष्टाचार खत्म किया है।

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