आजमगढ़: प्रसव पूर्व देखभाल में जनपद को मिला तीसरा स्थान

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प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में बेहतर प्रदर्शन
आजमगढ़। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत गर्भवती को प्रसव पूर्व जांच व देखभाल के लिए उत्कृष्ठ प्रदर्शन को लेकर जनपद को प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। अभियान के अंतर्गत प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह व स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने उत्कृष्ट प्रसव पूर्व जांच सेवा के बेहतर प्रदर्शन को लेकर जिले के स्वास्थ्य विभाग को सम्मानित किया गया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आईएन तिवारी, डिप्टी सीएमओ डा. संजय कुमार समेत अन्य सहयोगियों को पुरस्कृत किया गया।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आईएन तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रदेश स्तर पर पुरस्कृत किए जाने से विभाग के सभी कर्मचारियों को प्रेरणा मिली है। वर्ष 2020 -21 के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के लिए राज्य स्तरीय आई प्लेस फॉर नाइन अचीवर का आयोजन लखनऊ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एनएचएम के नवीन कार्यालय में किया गया। उन्होने कहा कि भविष्य में भी हमारा निरंतर प्रयास रहेगा कि जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों व जिला अस्पताल में उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करा सकें। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी /परिवार नियोजन नोडल डॉ संजय कुमार ने बताया कि इस अभियान के तहत हर माह की नौ तारीख को चिकित्सीय देखरेख व प्रसव पूर्व जांच के साथ ही गर्भवती को निरूशुल्क उपचार व दवा दी जाती है। जिले में वर्ष 2020 से मार्च 2021 तक 33,528 प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) जांच व अन्य जांचें की सुविधा कराई गई। इस अवधि में 3107 महिलाएं उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) चिन्हित की गई।
यह सुविधाएं मिलती हैं निःशुल्क - सीएमओ डा. आईएन तिवारी का कहना है कि इस योजना के तहत जिले में चिन्हित पीएचसी व सीएचसी पर गर्भवती महिलाओं के लिए जांच की सभी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच जैसे हीमोग्लोबिन शुगर,यूरिन जांच,ब्लड टेस्ट, एचआईवी, अल्ट्रासाउंड सहित अन्य जांच की जाती है। साथ ही द्वितीय एवं तृतीय त्रैमास में कम से कम एक बार स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक की देखरेख में निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। इसी के साथ टिटनेस-डीप्थीरिया का टीका, आयरन व कैल्शियम सहित अन्य आवश्यक दवाएं निःशुल्क दी जाती हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों पर हाई रिस्क प्रेगनेंसी की पहचान, प्रबंधन एवं सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित किया जाता है तथा पोषण परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के लिए मातृ वंदना योजना काउंसलिंग की सुविधा दी जाती है।

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