आज़मगढ़ : 17 दिनों में हुई 133 मौतें

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90 बेड की जगह 20 बेड पर ही आक्सीजन उपलब्ध

आजमगढ़। जनपद में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कई निजी और सरकारी अस्पतालों को प्रशासन द्वारा संचालित किया जा रहा है। लेकिन सिर्फ मेडिकल कालेज से कोरोना संक्रमितों के मौत का आंकड़ा मिल रहा है। जबकि अन्य अस्पतालों से मौत का आंकड़ा नहीं मिल रहा है। राजकीय मेडिकल कालेज की ओर से दिए जा रहे मौत के आंकड़ों पर गौर करें तो विगत अप्रैल माह के 17 दिनों में 112 लोगों की कोरोना ने जान ली। जबकि अतरौलिया के 100 बेड के अस्पताल में अब तक 21 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए जिला प्रशासन की ओर से मेडिकल कालेज और 100 शैय्यायुक्त अस्पताल अतरौलिया के साथ तीन प्राइवेट अस्पतालों लाइफ लाइन, रमा हास्पिटल और वेदांता हास्पिटल में कोविड मरीजों के इलाज की व्यवस्था गई है। इसके साथ ही जिला अस्पताल, सहज हास्पिटल और श्री साईं अस्पताल में श्वास रोगियों केे भर्ती किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के साथ ही जनपद में मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा है। लेकिन जिला प्रशासन मौतों का आंकड़ा उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। सिर्फ मेडिकल कालेज चक्रपानपुर में हो रही मौतों के संबंध में जानकारी प्रतिदिन मिल पा रही है। अगर मेडिकल कालेज चक्रपानपुर में 14 अप्रैल से 30 अप्रैल तक कुल 112 मौतें हो चुकी हैं। वहीं अतरौलिया 100 शैय्यायुक्त अस्पताल के नोडल प्रभारी डा. हमीर की मानें तो 16 अप्रैल से यहां मरीज भर्ती हो रहे हैं। इनमें से अब तक 21 मरीजों की मौत हो चुकी है।
वहीं जिला प्रशासन की ओर से अतरौलिया 100 शैय्यायुक्त अस्पताल को कोविड अस्पताल के रूप में संचालित किया जा रहा है। लेकिन अभी तक यहां पर सभी बेडों पर आक्सीजन की व्यवस्था नहीं हो पाई है। नोडल अधिकारी डा. हमीर की मानें तो यहां 90 बेड हैं जिसमें सिर्फ 20 बेड़ों पर ही आक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है।

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