आजमगढ़। कोतवाली पुलिस ने भूमि विवाद के चलते हुई रजनीश पांडेय (45) की हत्या का 4 दिन के अंदर सफल खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी नगीना उर्फ रामनगीना सिंह (59) और उसके तीन बेटों इन्द्रसेन उर्फ संतोष (41), भीमसेन उर्फ गुलगुल (38) तथा उग्रसेन उर्फ लाडो (32) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल 315 बोर का अवैध तमंचा, एक खोखा कारतूस और एक जिंदा कारतूस भी बरामद हुआ है। पुलिस के अनुसार 6 दिसंबर को शाम करीब 6:30 बजे रजनीश पांडेय अपनी पत्नी के पास आजमगढ़ शहर लौट रहे थे। सिकरौड़ा पुलिया पर पहले से घात लगाए बैठे चारों आरोपियों ने उन्हें रोका। तीनों बेटों ने ललकारा और पिता नगीना सिंह ने तमंचे से सीधे सीने पर गोली मार दी। गोली लगते ही रजनीश मौके पर गिर पड़े और अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। हमलावर खेतों के रास्ते फरार हो गए थे। मृतक रजनीश पांडेय का नगीना सिंह परिवार और एक अन्य व्यक्ति आजम पुत्र अलीम के साथ करीब 3 बीघा जमीन को लेकर पिछले 20 वर्षों से मुकदमेबाजी चल रही थी। आरोपी बार-बार जान से मारने की धमकी दे चुके थे। पूछताछ में चारों आरोपियों ने कबूल किया कि रजनीश द्वारा लगातार नए मुकदमे करने और धमकियां देने से तंग आकर उन्होंने सामूहिक रूप से उसकी हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। पुलिस ने एसएसपी डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक यादवेंद्र पांडेय के नेतृत्व में टीम गठित की थी। आज आधी रात को शिवालिक मेडिकल कॉलेज के पास दबिश देकर सभी आरोपियों को दबोच लिया गया।


