बलिया : उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बैरिया क्षेत्र में रविवार शाम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के बेटे विपुलेंद्र प्रताप सिंह और पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प में दोनों पक्षों के 10 लोग घायल हो गए। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर 26 नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का प्रयास, बलवा और डकैती जैसे आरोपों में मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, सोनबरसा गांव निवासी प्रशांत उपाध्याय ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया कि वह पचरखिया घाट पर एक अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल थे, जहां पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह भी पहुंचे। माहौल शोकपूर्ण होने के कारण बातचीत नहीं हुई, जिस पर सुरेंद्र सिंह अपशब्द बोलकर चले गए। उपाध्याय ने दावा किया कि अंतिम संस्कार के बाद लौटते समय देवराज ब्रम्हमोड़ पर उनके और उनके साथियों के वाहनों को घेरकर ईंट-पत्थर, लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हमला किया गया। आरोप है कि सुरेंद्र सिंह ने पिस्तौल लहराते हुए गोली चलाई, जो उपाध्याय के कान के पास से निकल गई। इस हमले में कई लोग घायल हुए और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इस आधार पर सुरेंद्र सिंह, उनके बेटे हजारी सिंह सहित 18 नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं, दूसरी ओर पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह के बेटे विद्या भूषण सिंह ने तहरीर देकर पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के बेटे विपुलेंद्र प्रताप सिंह और उनके समर्थकों पर हमले का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देवराज ब्रम्हमोड़ पर विपुलेंद्र और उनके साथियों ने चाकू, लाठी-डंडों और रिवॉल्वर से हमला किया। इस शिकायत पर विपुलेंद्र सहित आठ नामजद और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
बैरिया क्षेत्र के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) मोहम्मद फहीम कुरैशी ने बताया कि इस झड़प में दोनों पक्षों के 10 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें सोनबरसा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। इस बीच, पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के बेटे विपुलेंद्र प्रताप सिंह और पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने एक-दूसरे को घटना का जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है और क्षेत्र में तनाव को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।







