आजमगढ़। शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला खत्री टोला सब्जी मंडी निवासिनी अंतिमा मोदनवाल ने अपने पति रवि गुप्ता और देवर विकास गुप्ता को झूठे मुकदमे में फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को प्रार्थना पत्र सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग की।
अंतिमा ने प्रार्थना पत्र में बताया कि 30 मार्च 2025 को शाम 5 बजे चौक स्थित ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव की कपड़े की दुकान पर अमन सिंह, मनजीत सिंह और हर्षित मल्होत्रा के बीच पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया। विवाद के दौरान गाली-गलौज और हाथापाई हुई, जिसे देख मौके पर भीड़ जमा हो गई और कुछ लोगों ने मोबाइल से वीडियो बनाया, जिसमें अंतिमा का देवर विकास भी शामिल था।
अंतिमा के अनुसार, अमन सिंह ने इस घटना के आधार पर कोतवाली थाने में तीन व्यक्तियों को नामजद और 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। बाद में, वीडियो बनाने से नाराज होकर अमन सिंह ने कथित तौर पर पुलिस को प्रभावित कर उनके पति रवि और देवर विकास का नाम भी मुकदमे में शामिल करवाया। अंतिमा का दावा है कि उनके पति घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे और देवर ने केवल वीडियो बनाया था। उन्होंने मारपीट, गाली-गलौज और जान-माल की धमकी के आरोपों को झूठा और बनावटी बताया, जिसका साक्ष्य विकास के मोबाइल में मौजूद है।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि अमन सिंह पुलिस को प्रभावित कर दूषित विवेचना के जरिए उनके परिवार को हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले में झूठा फंसा रहा है। अंतिमा ने एसएसपी से निष्पक्ष जांच के लिए कोतवाली थाने के प्रभारी निरीक्षक को आदेशित करने की मांग की, ताकि उनके पति और देवर को न्याय मिल सके।