सचिवों के कार्यों की सघन समीक्षा और भ्रष्टाचार में लिप्त कार्मिकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश
आजमगढ़। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार द्वितीय ने बताया कि ग्राम प्रधानों के खिलाफ शिकायतों में वृद्धि हो रही है, जिसका मुख्य कारण आगामी पंचायत निर्वाचन है। शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए उप जिलाधिकारियों, खंड विकास अधिकारियों और जिला पंचायत राज अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। जांच अधिकारियों को 72 घंटे पहले नोटिस जारी कर संबंधित पक्षों को सूचित करने और निष्पक्ष जांच कर अगले कार्यदिवस में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है। भ्रष्टाचार में लिप्त ग्राम प्रधानों और दबंग व्यक्तियों की प्रोफाइलिंग कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने उचित दर दुकानों के रिक्त पदों का चयन शीघ्र पूरा करने, IGRS पोर्टल की शिकायतों का सघन अनुश्रवण करने और बार-बार शिकायतों का सत्यापन कर निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायतों में वित्त आयोग की धनराशि का क्लासिफिकेशन कर विकास कार्यों, विशेषकर जलभराव, स्वच्छता और पेयजल से संबंधित कार्यों को प्राथमिकता देने को कहा गया। हैंडपंप रिबोर कार्य में गहराई और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी सत्यापन अनिवार्य होगा। सचिवों के कार्यों की सघन समीक्षा और भ्रष्टाचार में लिप्त कार्मिकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। गर्मी और हीटवेव को देखते हुए पोखरों/जलाशयों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने और अग्निकांड से बचाव के लिए त्वरित कार्रवाई के लिए तीन दिन का समय दिया गया है।