आजमगढ़। जनपद में महिला शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के बीच चल रहे विवाद ने अब एक नया और शर्मनाक मोड़ ले लिया है। महिला शिक्षक संघ की निष्कासित जिलाध्यक्ष शिखा मौर्या के भाई अरूण मौर्या के नाम से सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें असभ्य भाषा और अशोभनीय टिप्पणियों का इस्तेमाल किया गया है। इस वीडियो में सत्ताधारी पार्टी के नेताओं, समाजसेवियों और पूर्व जिलाधिकारी सहित कई प्रमुख लोगों के नाम जोड़कर चरित्र हनन की कोशिश की गई है। वीडियो के वायरल होने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक ने अरूण मौर्या को तलब कर मामले की जानकारी ली। अरूण ने वीडियो को फर्जी और साजिश के तहत बनाया गया बताते हुए साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है।
वायरल वीडियो में मैसेंजर पर अरूण मौर्या के नाम से की गई बातचीत के स्क्रीनशॉट दिखाए गए हैं, जिसमें आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है। इस मामले को दो महिला शिक्षकों, शिखा मौर्या और निष्कासित मंडल अध्यक्ष प्रज्ञा राय, के बीच चल रहे विवाद का हिस्सा माना जा रहा है। शिखा मौर्या ने वीडियो को प्रज्ञा राय के कथित पुत्र शिवम झा द्वारा साजिश के तहत वायरल करने का आरोप लगाया है, जबकि अरूण मौर्या ने इसे उनकी छवि खराब करने की कोशिश बताया। अरूण की पत्नी ने भी एक ऑनलाइन शिकायत में प्रज्ञा राय को साजिशकर्ता ठहराया है।
इस विवाद ने शिक्षक संगठन की गरिमा को गहरी ठेस पहुंचाई है। सोशल मीडिया पर चल रही तीखी टिप्पणियों और थानों में मुकदमों के बाद यह वायरल वीडियो शिक्षक समाज के लिए शर्मिंदगी का सबब बन गया है। संगठन ने पहले ही शिखा मौर्या और प्रज्ञा राय को निष्कासित कर मंडल व जिला इकाइयों की कार्यकारिणी भंग कर दी थी। अब इस वीडियो ने न केवल संगठन बल्कि समाज के लिए काम करने वाले लोगों की छवि को भी नुकसान पहुंचाया है।
अरूण मौर्या का बयान ने बताया कि "वीडियो का संज्ञान हमारे उच्च अधिकारियों द्वारा हमें दिया गया। इसमें लिखे शब्द प्रज्ञा राय के तथाकथित पुत्र के शब्दों से काफी मेल खाते हैं। मामले की शिकायत साइबर सेल में कर दी गई है। हमारी मांग है कि जांच जल्द पूरी कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो।"
शिखा मौर्या ने बताया कि "कई दिनों से मेरे और मेरे परिवार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। यह वीडियो साजिश के तहत बनाकर वायरल किया गया है। हमारी मांग है कि जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।"
बीएसए राजीव कुमार पाठक ने बताया, "वायरल वीडियो की जानकारी मिलने पर मैंने अरूण मौर्या को बुलाकर पूछताछ की। उन्होंने वीडियो को फर्जी बताया और कहा कि उनकी छवि खराब करने के लिए फर्जी आईडी से यह किया गया है। पुलिस अब इसकी जांच करेगी। अभी तक मुझे किसी पक्ष से लिखित शिकायत नहीं मिली है। यदि शिकायत मिलती है, तो जांच के बाद उचित कार्रवाई होगी।"