तकनीकी सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने युवक को बचाया
मेटा एआई की सतर्कता ने एक अनमोल जिंदगी को बचा लिया
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश पुलिस ने तकनीक के सहारे एक बार फिर अपराध और संकट पर नकेल कसने का उदाहरण पेश किया है। आजमगढ़ पुलिस ने मेटा एआई की मदद से एक युवक को आत्महत्या करने से बचा लिया। मेहनगर थाना क्षेत्र में हुई इस घटना में पुलिस ने महज 15 मिनट में घटनास्थल पर पहुंचकर युवक की जान बचाई और उसे काउंसलिंग भी दी।
मंगलवार को मेहनगर थाना क्षेत्र के एक चूड़ी कारीगर ने इंस्टाग्राम पर विषाक्त पदार्थ की डिब्बी की तस्वीर के साथ पोस्ट किया, "आज की रात आखिरी है।" इस पोस्ट को मेटा के एआई सिस्टम ने तुरंत डिटेक्ट किया और लोकेशन के आधार पर यूपी डीजीपी हेडक्वार्टर के सोशल मीडिया सेल को अलर्ट भेजा। लखनऊ से मिली सूचना के बाद मेहनगर पुलिस तुरंत हरकत में आई और 15 मिनट के भीतर युवक के घर पहुंच गई।
पुलिस ने युवक को आत्महत्या करने से रोका और पूछताछ की। युवक ने बताया कि वह एक लड़की से बात करता था, लेकिन लड़की के फोन पर बात करने से इनकार करने के बाद उसने यह कदम उठाने का मन बनाया। उसने विषाक्त पदार्थ की जगह नींद की गोलियां ली थीं। पुलिस ने तुरंत डॉक्टर की मदद से उसका घर पर ही इलाज कराया और भविष्य में ऐसा कदम न उठाने के लिए काउंसलिंग की।
आजमगढ़ पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई और मेटा एआई की सतर्कता ने एक अनमोल जिंदगी को बचा लिया। यह घटना तकनीक और पुलिस की समन्वित कार्यप्रणाली का बेहतरीन उदाहरण है।