भूमाफियाओं के चंगुल में फंसकर गैर कानूनी कार्य कर रहे हैं सिधारी थानाध्यक्ष-अजय सिंह
दूसरे पक्ष ने भी भाजपा नेता पर गंभीर आरोप लगाते हुए किया प्रदर्शन
आजमगढ़। आज दोपहर करीब 12 बजे जिलाधिकारी आफिस के सामने उस समय ऊहोपाह की स्थिति बन गयी जब भाजपा नेता अजय सिंह और एसओ सिधारी के खिलाफ कुछ लोगों द्वारा नारेबाजी की जाने लगी। वहीं इस बात का प्रतिरोध करते हुए भाजपा नेता के समर्थकों द्वारा भी जमकर नारेबाजी शुरू कर दी गयी। एक गुट द्वारा सिधारी थानाध्यक्ष पर अनेक आरोप लगाते हुए सिधारी थानाध्यक्ष वापस जाओ की नारेबाजी की जा रही थी वहीं दूसरे पक्ष द्वारा भाजपा नेता के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करते हुए जमकर नारेबाजी की जाने लगी। स्थिति असामान्य होने पर पुलिस को सूचना दी गयी। सूचना पर पहंुचे शहर कोतवाल शशिमौली पाण्डेय ने मामले को शान्त कराने की कोशिश की। पुलिस को सामने देख एक पक्ष मौके से रफूचक्कर हो गया। इस बावत भाजपा जिला उपाध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि वे गत दिनों सिधारी क्षेत्र में गांव चलो अभियान के तहत भ्रमण पर थे इस दौरान उन्हें यह पता चला कि एक विधवा कुसुम का प्रधानमंत्री आवास फर्जी तरीके से एग्रीमेंट करवाकर उसमें ताला लगा दिया गया है। जब इस बावत सिधारी थानाध्यक्ष को अवगत कराया गया तो उन्होंने उसे खाली करवाकर लाभार्थी को दिलवाने का आश्वासन दिया, लेकिन बात में यह पता चला कि स्थानीय एक व्यक्ति बृजेश पाण्डेय द्वारा सिधारी थानाध्यक्ष को पैसा दे दिया गया जिसके बाद एसओ ने सीधे तौर पर आवास को खाली कराने से मना कर दिया। इसी तरह जिला कमाण्डेड द्वारा अपने अधीनस्थों से महीने पर पैसे की वसूली करने के साथ-साथ कंपनी कमाण्डेड का फर्जी तरीके से इस्तीफा दिलवाने का मामला सामने आया। इन दोनों मामलों को लेकर आज जिलाधिकारी को ज्ञापन देने के लिए आया था, जहां पहले से मौजूद एसओ सिधारी के गुर्गो द्वारा हमारे खिलाफ नारेबाजी की जाने लगी। जब पुलिस यहां पर आयी तो वे सब मौके से फरार हो गये। वहीं दूसरे पक्ष ने महेन्द्र पाण्डेय पुत्र स्व0 जगदीश पाण्डेय मुहल्ला सिधारी पूर्वी, थाना-सिधारी, जिला-आजमगढ़ ने आरोप लगाया कि उनके भाई बृजेश पाण्डेय की जमीन में अजय सिंह जबरदस्ती घुसना चाहते है इसलिए थानाध्यक्ष सिधारी पर नाजायज दबाव बना रहे है। आज थानाध्यक्ष सिधारी के विरूद्ध कुछ भूमाफियाओं ने धरना प्रदर्शन किया कि थानाध्यक्ष सिधारी भ्रष्टाचारी है, जबकि वे लोग जो भाजपा के जिला पदाधिकारी है, अजय सिंह वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष है, राजनीति की आड़ में जमीन कब्जा करने का कार्य करते है। यह स्थानीय भूमाफिया है। अपने गोल गोलैती व धनबली एवं राजनीति रसूख के बल पर जमीन पर अवैध कब्जा कर जमीन बेचने का कार्य करते है। जो भी थानाध्यक्ष सिधारी थाने पर आता है और ईमानदारी से कार्य करता है। उसके विरूद्ध सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते है, उसके स्थानान्तरण का दबाव बनाकर अपने पक्ष में करने के लिए बाध्य करते है। दबाव में नहीं आने पर राजनीतिक दबाव डालते है। पूरे सिधारी क्षेत्र में कोई जमीन यदि विक्री होती है तो उसमे धन उगाही करते है और धन न देने पर उसे कब्जा में अवरोध उत्पन्न करते है। जिससे भाजपा पदाधिकारी होने के कारण भाजपा की बदनामी होती है। उक्त प्रकरण की जॉच एल0आई0यू0 से कराकर इनके विरूद्ध कार्यवाही मांग की गयी साथ ही भाजपा से अजय सिंह को बाहर किया जाय। इस दौरान महेन्द्र पाण्डेय, बृजेश पाण्डेय, राकेश पाण्डेय, रविन्द्र पाण्डेय, हरेन्द्र पाण्डेय, अजय, विजय, वैभव, विवेके, अश्वनी, अविनाश, राजेश, वीरेन्द्र आदि लोगों ने धरना प्रदर्शन किया। इस बावत जब सिधारी थानाध्यक्ष से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा इस मामले में न्याय संगत कार्रवाई की गई है, मेरे ऊपर लगाये गये आरोप निराधार हैं।