दर्दनाक : मासूम के पेट में भरा था खून

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जिस्म के जख्मों ने दी दरिंदगी की इंतिहा की गवाही, पोस्टमार्टम में खुलासा
कानपुर। दुष्कर्म के प्रयास की दरिंदगी का शिकार हुई कानपुर के चकेरी की तीन साल की मासूम बच्ची का रविवार को पोस्टमार्टम हो गया। पोस्टमार्टम में उसके जिस्म के जख्मों ने दरिंदगी की इंतिहा की गवाही दी है। उसके पेट में खून भरा हुआ था। इसकी वजह से संक्रमण पूरे शरीर में फैल गया जिससे सेप्टीसीमिया हो गया। सेप्टीसीमिया में संक्रमण खून में मिलकर हर अंग में चला जाता है। इसी वजह से एक के बाद दूसरा उसका अंग फेल होता चला गया। बच्ची की मौत का कारण सेप्टीसीमिया बताया जा रहा है। वह आंत की सर्जरी के बाद वेंटिलेटर पर रही थी। इसके पहले उसे पीआईसीयू में रखा गया था। इलाज करने वाले डॉक्टर दवाओं से उसके संक्रमण पर काबू न पा सके। इससे उसका सांस तंत्र भी फेल हो गया था। पोस्टमार्टम में उसके सिर में चोट नहीं मिली है। हैलट में उसके भर्ती रहने के दौरान सीटी स्कैन जांच कराई गई थी। उसमें सिर की चोट स्पष्ट नहीं हुई थी। उसके पेट में ही गहरी चोटे थीं। आंत फट गई थी। ऑपरेशन करने आंत जोड़ दी गई थी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि आपरेशन के बाद भी उसके पेट में खून का रिसाव होता रहा। इसी से पोस्टमार्टम में पेट में खून भरा मिला। आंतों का संक्रमण और खून भरा होने से उसकी हालत बिगड़ती गई। सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि तीन डॉक्टरों के पैनल ने बच्ची का पोस्टमार्टम किया है। रिपोर्ट संबंधित थाने को भेज दी गई है।
ता दें कि सनिगवां निवासी तीन साल की बच्ची से 22 मई को पास की कॉलोनी में रहने वाले दस साल के लड़के ने दुष्कर्म का प्रयास किया था। एक महिला के टोकने पर वह उसे बुरी तरह धक्का देकर भाग गया था। इससे बच्ची को गंभीर चोटें आई थीं। शनिवार को हैलट में उसकी मौत हो गई थी। मासूम के साथ दुष्कर्म या कुकर्म हुआ था या नहीं इसकी पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम के दौरान जननांगों से सैंपल लेकर 10 स्लाइड भी बनाई गई हैं। विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष हेमंत सेंगर और जिला मंत्री अजय सिंह ने मृतका के घर पर परिजनों को ढांढस बंधाया। कहा कि आरोपी के परिजन अवैध रूप से कॉलोनी में रह रहे हैं। पूर्व में आरोपी के परिजन कई गंभीर घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। इन पर भी कार्रवाई की जाए। थाना प्रभारी रत्नेश सिंह ने बताया कि बच्ची की मौत होने के बाद पुलिस अब नाबालिग आरोपी के खिलाफ अपहरण, हत्या जैसी संगीन धाराओं को बढ़ाने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि बालक से बातचीत के दौरान उसके बहुत शातिर किस्म के होने का पता चला था। उसकी मनोदशा समझने के लिए मनोचिकित्सक की राय भी ली जाएगी। बालक फिलहाल संप्रेक्षण गृह में है। विधिक राय लेने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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