उमेश पाल हत्याकांड : पेमेंट हिस्ट्री से खुलेंगे राज

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माफिया के दोस्त ने किया बड़ा खुलासा
प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद ने उमेश पाल हत्याकांड से पहले 13 दिन के भीतर छह लाख रुपये उड़ाए थे। इसमें से कुछ रकम नकदी जबकि, शेष खाते से निकाली थी। हाल यह था कि वारदात वाले दिन तक उसके खाते में महज 20 हजार रुपये रह गए थे। इस बात का खुलासा लखनऊ से उठाए गए उसके दोस्त आतिन जफर ने किया है।
असद व उसके साथी से पूछताछ में पुलिस को कुछ अहम जानकारियां मिली हैं। आतिन ने बताया है कि उमेश पाल की हत्या के दिन जब उसने असद के डेबिट कार्ड के जरिए एटीएम से रुपये निकालने गया तब उसके खाते में महज 20 हजार रुपये थे। यह देखकर वह हैरान भी रह गया था। इसके बाद भी उसने 10 हजार रुपये निकाले।
सूत्रों का कहना है कि उससे पूछताछ में यह बात सामने आई है कि उमेश पाल हत्याकांड से पहले करीब 15 दिनों के भीतर असद ने छह लाख रुपये उड़ाए थे। कुछ रकम उसने नकदी में खर्च की थी और बाकी रकम खाते से निकाल कर दी थी। हालांकि असद ने कभी इस बात की जानकारी नहीं दी कि यह रकम वह कहां और क्यों खर्च कर रहा है।
यह जानकारी सामने आने के बाद माना जा रहा है कि असद ने जो भी रुपये उड़ाए, वह उमेश पाल हत्याकांड की साजिश और अन्य इंतजामों में खर्च हुए। आशंका जाहिर किए जाने की एक वजह यह भी मानी जा रही है कि क्योंकि लगभग 15 दिन पहले ही यानी 11 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रची गई। 11 फरवरी को ही असद समेत सभी छह शूटर चार अन्य लोगों संग बरेली जेल में अशरफ से मिलने पहुंचे थे।
सूत्रों का कहना है कि आतिन से मिली जानकारी के बाद अब असद का बैंक खाते का स्टेटमेंट व पेमेंट हिस्ट्री भी खंगाली जा रही है। दरअसल इससे यह पता लग सकेगा कि कितने रुपये कब और कहां से निकाले गए। साथ ही इसकी भी जानकारी मिल सकेगी कि रुपये खर्च कहां किए गए। दरअसल यह भी आशंका जताई जा रही है कि उमेशपाल हत्याकांड से पहले जो आईफोन खरीदे गए, वह असद ने ही खरीदे हों। ऐसे में पेमेंट हिस्ट्री हत्याकांड की विवेचना में अहम साबित हो सकती है।

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