अतीक अहमद गैंग का सहयोगी 50 हजार का इनामी पुलिस मुठभेड़ में घायल

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उमेश पाल हत्याकाण्ड के शूटर से जुड़े हैं तार
बांदा। अतीक अहमद गैंग के सहयोगी और उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर अरबाज के फूफा को बांदा पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। उसके बाएं पैर में गोली लगी, जिससे गंभीर हालत में पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के मुताबिक उस पर 50 हजार का इनाम घोषित था। व्यापारी से एक लाख रुपये रंगदारी मांगने के केस में फरार चल रहा था। मटौंध थाना क्षेत्र के त्रिवेणी गांव में बाईपास के पास एसओजी और थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए शहर के मर्दननाका निवासी वहीद अहमद (45) पुत्र शहीद को गिरफ्तार कर लिया।
मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। उसके पास से 315 बोर तमंचा और कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी वहीद ने पुलिस पर फायर किया, जिसकी जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी। आरोपी मध्य प्रदेश सीमा में घुसने की फिराक में था।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी वहीद अहमद पर कई केस दर्ज हैं। हाल ही में छह मार्च को व्यापारी व कालवनगंज निवासी श्याम गुप्ता ने एक लाख रुपये रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। 50 हजार रुपये इनाम घोषित था। एसपी के मुताबिक आरोपी वहीद अहमद प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में शामिल और पुलिस मुठभेड़ में मारे गए शूटर अरबाज का फूफा है। अतीक अहमद गैंग का सहयोगी रहा है। कुछ साल पूर्व बांदा जेल में बंद रहे गुड्डू मुस्लिम का भी सहयोग करता था। उससे जेल मिलने जाता था और सुविधाएं मुहैया कराता था।
एसपी अभिनंदन का कहना है कि माफिया अतीक अहमद गैंग का सहयोग करने में जो भी जुड़े हैं। उन पर पुलिस काम कर रही है। एसओजी समेत पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं। परोक्ष और अपरोक्ष रूप से जो भी गैंग का सहयोगी है। उनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। इनामी वहीद अहमद की गिरफ्तारी इसी क्रम में हुई है। मुठभेड़ में गिरफ्तार वहीद अहमद के एक साथी को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। इस पर भी अतीक अहमद गैंग का सहयोग करने के आरोप थे। पुलिस व प्रशासन द्वारा घर पर बुल्डोजर भी चलाया गया था। एसपी ने बताया कि कुछ दिन पूर्व अलीगंज निवासी रफीकुस्समद को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस मुठभेड़ में पैर में गोली लगने का छठवां मामला है। इसके पूर्व भी कई शातिरों को पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर जेल चुकी है। इनमें बबेरू में हुई दोहरी हत्या के मुख्य आरोपी समेत कई डकैती, शातिर चोर भी शामिल रहे। पुलिस मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से घायल वहीद छठवां इनामी है।

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