गिरफ्तारी की बजाय आरोपी के घर बाटी चोखा खाने लगे पुलिसकर्मी

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पुलिसकर्मियों का वीडियो हुआ वायरल, एसीपी ने लिया एक्शन
वाराणसी। दानगंज कमिश्नरेट लागू होने के बाद ग्रामीण थानों को पुलिस छवि के धूमिल करने का मामला सामने आया है। चोलापुर पुलिस मारपीट के मामले में आरोपी के घर गिरफ्तारी करने की बजाए बाटी चोखा का आनंद लेने लगी। जिसका एक वीडियो सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
बताया जा रहा है कि चोलापुर पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने के बजाय घर पर जाकर बाटी चोखा का आनंद लेने लगी। मामले में एसीपी सारनाथ के हस्तक्षेप करते हुए आरोपियों के विरुद्ध दूसरे दिन अपराधिक मुकदमा दर्ज कराया है। चोलापुर थाना क्षेत्र के महदा गांव में 21 तारीख को दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। जिसमें प्रीति यादव ने चोलापुर पुलिस तहरीर देते हुए कहा कि विपक्ष के आठ लोग घर में घुसकर मारपीट की जेवरात गले से जेवरात नोच ले गए और छेड़खानी जैसी हरकत की। सूचना पर थाना अध्यक्ष चोलापुर ने कोई एक्शन नहीं लिया।
पंजाब के अमृतसर में पुलिस ने एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने और वीडियो को वायरल करने के मामले में आईपीसी की धारा 376, पॉस्को एक्ट और आईटी एक्ट की धारा 67-बी के तहत केस दर्ज किया है।
महिला के पति राहुल यादव ने बताया कि मैंने पुलिस थाने जानकर अपनी बात रखी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसकी सूचना हमने महिला हेल्पलाइन 1076 पर भी दी। देर शाम होते हैं जब हम अपने घर में आए तो चोलापुर थाना अध्यक्ष अपने हमराहीओं के साथ पहुंचकर विपक्षी के घर बाटी चोखा खा रहे थे। जब इसकी जानकारी हमें हुई तो हमने बाटी चोखा खाते ही पुलिस का वीडियो बना लिया। जिसे देख कुछ पुलिसकर्मी वीडियो डिलीट कराने के लिए मेरे पीछे दौड़े। मेरे परिवार के लोगों पर वीडियो डिलीट करने का दबाव पुलिस बनाने लगी, लेकिन हमने डिलीट नहीं किया। इस मामले की जानकारी मैंने तत्काल एसीपी सारनाथ को दी। एसीपी सारनाथ ने चोलापुर थाना अध्यक्ष से बात कर मेरी मदद करने को कहा, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। एसीपी सारनाथ मौके पर पहुंचकर मेरा मुकदमा दर्ज कराया।
राहुल यादव ने बताया कि इस मामले की जानकारी अपर आयुक्त को लिखित तौर पर दी गई है। एसीपी सारनाथ अमित श्रीवास्तव ने बताया कि महदा में दो पक्षों में विवाद हुआ था मुकदमा भी दर्ज कराया गया है पुलिस के बाटी चोखा के संदर्भ में बताया कि थानाध्यक्ष से पूछताछ की गई तो थाना अध्यक्ष ने बताया कि विपक्षी के घर के बगल में मंदिर है, जहां पर ग्राम प्रधान मंदिर के पुजारी के कहने पर पुलिस बाटी चोखा में गई थी। वीडियो बनाने के बाद मामले की जानकारी होने पर वहां से पुलिस वापस हट गई थी। इस मामले में पीड़ित पक्ष ने अभी किसी प्रकार की लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है। वहीं, ग्राम प्रधान पति मनोज सिंह ने कहा कि पुलिस के बाटी चोखा के संबंध में वीडियो बनाने की चर्चा सुनी गई है। प्रधान के द्वारा बाटी चोखा का निमंत्रण नहीं दिया गया था।

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