दिनभर फोन पर चली बात शाम को तड़तड़ाई गोलियां

Youth India Times
By -
0

स्टैंड पर वर्चस्व और अवैध वसूली का मामला
4 दिन पहले भी चली थी गोली, मामले में दरोगा और सिपाही का हो चुका है निलंबन
लखनऊ। गोमतीनगर विस्तार में गुरुवार शाम ताबड़तोड़ फायरिंग से सनसनी मच गई। कार सवारों ने कार सवार युवक पर कई राउंड गोलियां दागी। हमलावर फायरिंग करते हुए भाग निकले। सूचना पर एडीसीपी पूर्वी सै. कासिम आब्दी टीम के साथ पहुंचे। जांच में पता चला कि पॉलीटेक्निक स्टैण्ड पर कब्जे को लेकर फायरिंग की गई। पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
गुड़ंबा निवासी अभिषेक राय के अनुसार शाम करीब 6:30 बजे करीब दोस्त रितेश दुबे और श्याम के साथ गोमतीनगर विस्तार की तरफ जा रहे थे। सीएमएस स्कूल के करीब सर्विस लेन पर पहुंचे थे तभी ताबड़तोड़ गोली चलने लगी। अभिषेक ने बचने के लिए गाड़ी की रफ्तार बढ़ा दी। फायरिंग करने वाले कार सवारों ने पीछा कर लिया। कुछ दूर जाने के बाद अभिषेक ने भीड़ वाली जगह पर कार रोक दी। हल्ला मचाने पर भीड़ एकत्रित हो गई। पीछा कर रहे हमलावर पहुंचे तो पथराव शुरू हो गया। भीड़ के जुट जाने पर हमलावर असलहा लहराते हुए भाग निकले। एडीसीपी के मुताबिक गोली लगने से अभिषेक की कार का शीशा चिटक गया है। घटनास्थल से तीन खाली कारतूस बरामद किए गए हैं। अभिषेक की तहरीर पर पुलिस ने साजन मिश्रा और ऋषभ राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। एडीसीपी के मुताबिक घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज चेक किए जा रहे हैं।
पॉलीटेक्निक के पास अवैध तौर पर स्टैण्ड चलाए जाने की शिकायत रितेश दुबे ने की थी। जिसके बाद से दूसरे पक्ष के लोग रितेश पर नजर रखे हुए थे। वहीं, गाजीपुर पुलिस ने देवरिया के हिस्ट्रीशीटर और स्टैण्ड संचालक भानू प्रताप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद से ही स्टैण्ड पर कब्जे को लेकर दोनों गुटों के बीच संघर्ष है। एडीसीपी के मुताबिक गुरुवार को अभिषेक राय और रितेश दुबे पर हुई फायरिंग वर्चस्व कायम रखने के लिए ही की गई है। पुलिस को छानबीन में यह भी पता चला है कि गुरुवार को रितेश और साजन के बीच फोन पर कई बार बातचीत हुई थी। इसकी पुष्टि कॉल डिटेल से हुई है। बातचीत के दौरान ही रितेश और अभिषेक के गोमतीनगर विस्तार की तरफ जाने का पता साजन को चल गया था। जिसके बाद आरोपी ने पीछा कर घटना को अंजाम दिया है।
जेसीपी पीयूष मोर्डिया ने नौ अप्रैल को छापा मार कर अवैध स्टैंड संचालित करते हुए अजय और आदित्य को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सरगना भानू भी साथी के साथ पकड़ा गया था। पॉलीटेक्निक से संचालित होने वाले स्टैण्ड से हर महीने लाखों रुपये की वसूली की जाती है। विशेष तौर से अयोध्या और बाराबंकी की तरफ जाने वाले वाहनों से यह लोग रुपये वसूलते थे। छोटी गाड़ी के लिए 500 रुपये लिए जाते थे। वहीं, बस संचालन के लिए 1500 रुपये वसूले जाते थे। भानू की शह पर ही कई प्राइवेट बस मालिक भी अवैध स्टैण्ड से अपनी गाड़ी चलवाते थे।
चार दिन पूर्व भी हुई थी अंधाधुंध फायरिंग
गुड़ंबा निवासी अभिषेक राय पर चार दिन के अंदर गोली चलने की यह दूसरी घटना है। 17 अप्रैल को नीलांश वॉटर पार्क से लौटते वक्त अभिषेक उसके दोस्त नदीम पर मड़ियांव कोतवाली के पास फायरिंग की गई थी। इस हमले में भी अभिषेक सकुशल बच गया था। वहीं, गुड़ंबा पुलिस ने वारदात में शामिल छह आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके साथ ही चेकिंग में लापरवाही बरतने पर गुड़ंबा थाने में तैनात दरोगा और सिपाहियों को निलंबित किया गया था।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)