चार महीने पहले मर चुकी युवती को लगी कोरोना वैक्सीन

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मेरठ। स्वास्थ्य विभाग मृत हो चुके लोगों को भी कोरोना वैक्सीन लगा रहा है। यह कारनामा सरधना सीएचसी में किया गया। चार माह पूर्व मृत युवती को वैक्सीन लगाने का प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया। युवती के भाई के मोबाइल पर मैसेज पहुंचा तो सरधना सीएचसी के कारनामे का खुलासा हुआ। परिवार के साथ ही अधिकारियों में इसे लेकर खलबली मची है। अधिकारी जानकारी करने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं।
सरधना के मोहल्ला सराय अफगनान निवासी फरहा पुत्री अख्तर का चार माह पूर्व बीमारी के चलते निधन हो गया था। नगर पालिका से उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी हो चुका है। इसी बीच आठ सितंबर को सरधना सीएचसी में फरहा को कोरोना वैक्सीन लगाने की जानकारी भाई के मोबाइल पर मैसेज से मिली। वैक्सीन लगाने से पहले बाकायदा उसकी पंजीकरण पर्ची काटी गई। आधार कार्ड नम्बर भी लिखा गया। वैक्सीन लगने के बाद उसका प्रथम डोज लगने का प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया।
फरहा के भाई वसीम के मोबाइल पर वैक्सीनेशन सफलतापूर्वक होने का मैसेज पहुंचा तो पूरा परिवार हैरान हो गया। इसके बाद सीएचसी पहुंचकर छानबीन की तो पता चला कि उसकी बहन को वैक्सीन लगा है। सीएचसी कर्मचारियों से इसकी जानकारी चाही तो उन्होंने समय न होने की बात कहकर उसे चलता कर दिया। उधर, स्वास्थय विभाग के अधिकारी भी इस मामले में कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
सीएचसी प्रभारी डॉक्टर अमित कुमार त्यागी का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है, यदि इस तरह का कोई मामला हुआ है तो उसकी जांच कराई जाएगी। सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन का कहना है कि यह मामला बेहद गंभीर है। इस मामले की जांच के लिए दो सदस्य विभागीय अधिकारियों की टीम बनाई दी गई है। किस स्टाफ ने ऐसा किया कि बिना जांच पड़ताल किए किसी मृत को कैसे वैक्सीन लग सकती है। अगर यह चूक हुई भी तो बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके पीछे क्या मंशा है इसका पता कर स्टाफ, प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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