तीसरी बार बैठक करने पहुँचे एसीओ चकबंदी को पुनः काश्तकारों के कोपभाजन का होना पड़ा शिकार

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बिल्थरारोड तहसील के चन्दाडीह गांव में विरोध के चलते दो बार बैठक हो चुकी है स्थगित
रिपोर्ट—अशोक जायसवाल
बलिया। जनपद के बिल्थरारोड तहसील के चन्दाडीह गांव में विरोध के चलते दो बार बैठक स्थगित होने के बावजूद सोमवार को बिना डीएम या एसओसी के आदेश के तीसरी बार बैठक करने पहुँचे एसीओ चकबंदी को पुनः काश्तकारों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा। चकबंदी का विरोध कर रहे काश्तकारों ने एसीओ को इस सम्बन्ध में एक पत्रक देकर चकबन्दी निरस्त करने की मांग की गई।
चंदाडीह गांव के काश्तकारों का आरोप है कि चकबन्दी विभाग के एसीओ और कर्मचारी इन दिनों मनमाने रूप से काश्तकारों का आर्थिक शोषण करने में लगे हुए है। गांव के 80 फीसदी काश्तकारों के हस्ताक्षर युक्त पत्रक चकबन्दी निरस्त के लिए देने के बाद भी सहायक चकबन्दी अधिकारी द्वारा पत्रक का बिना संज्ञान लिए ही सोमवार को एक बार फ़िर पर्चा 5 बांटने चन्दाडीह गांव पहुँच गए। उनको गांव में आया देख काश्तकारों ने एक बार फिर से उनका विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान 216 काश्तकारों ने एक हस्ताक्षर युक्त पत्रक उन्हें सौपा। काश्तकारों का आरोप है कि पूर्व में पत्रक देने के बावज़ूद भी सहायक चकबन्दी अधिकारी मनोज पाण्डेय जिन लोगो के नाम भूमि नही है, उन लोगों के कहने पर नियम के विरुद्ध चकबन्दी कराने पर तुले हुए है। जबकि 80 फीसदी कास्तकार यदि नहीं चाहते है तो चकबन्दी नही हो सकती है। बता दें कि चकबन्दी निरस्त करने के लिए दिए गए पत्रक में उल्लेख है कि यहाँ पूर्व में चकबन्दी हुई है तथा लगभग 41 एकड़ जमीन ग्राम समाज की शेष बची है। यहां तक कि खेत मे जाने के लिए चकरोड व चकनाली भी है। ऐसे में चकबन्दी का कोई तुक नहीं बनता। काश्तकारों द्वारा चकबंदी में फेरबदल के लिए वसूली का भी आरोप लगाया जा रहा है। चकबन्दी निरस्त करने के लिए दिए गए पत्रक पर कपिलदेव मिश्र, विनय तिवारी, नन्दकिशोर राजभर, ओमकार मणि तिवारी, धनन्जय मणि तिवारी, जयप्रकाश मिश्र, अवधेश मिश्र, सुबास मिश्र, पारस नाथ मिश्र, रविन्द्र मिश्र, सदानन्द मिश्र, अनिरुद्ध मिश्र, विशाल तिवारी, बब्बन पाण्डेय, चन्द्रशेखर सहित सैकड़ों काश्तकारों के हस्ताक्षर है। काश्तकारों द्वारा पत्रक की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री व चकबन्दी आयुक्त को भी भेजा गया है।

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