2017 में मुझे नहीं बनाया गया सीएम-केशव मौर्य

Youth India Times
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एक कार्यक्रम में पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर जानिए डिप्टी सीएम का जवाब
प्रयागराज। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को कहा कि वर्ष 2017 में उन्हें उत्तर प्रदेश का सीएम नहीं बनाया गया, उसे लेकर उनके मन में कोई कसक नहीं है। सिविल लाइंस स्थित होटल में एक निजी चैनल की ओर से आयोजित कार्यक्रम में उनसे जब वर्ष 2017 में सीएम न बनाए जाने से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझे बहुत सम्मान दिया है। मुझे तमाम बड़ी जिम्मेदारियां भी दी गई। वर्ष 2022 में भी प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने जा रही है। इस बार भी पार्टी के खाते में 300 से ज्यादा सीटें आएंगी। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के 400 सीटें जीतने के दावे को भी उन्होंने हवा हवाई बताया। कहा कि अखिलेश यादव मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं। वह सपने में जरूर 400 सीटें जीत सकते हैं, लेकिन प्रत्यक्ष रूप में जब चुनाव नतीजे आएंगे तो उनके सपने चकनाचूर हो जाएंगे। जातिगत जनगणना के मुद्दे पर केशव मौर्य ने कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर इसके खिलाफ नहीं है और न ही मेरी पार्टी इसके खिलाफ है। भाजपा को अब्बाजान जैसे बयानबाजी की जरूरत क्यों पड़ी इस सवाल के जवाब में केशव ने कहा कि अखिलेश यादव से मेरा सवाल है कि वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने से पहले वह मंदिर कब गए थे। तुष्टिकरण की राजनीति को जनता ने तमाचा मार दिया है।
केशव ने कहा कि भाजपा का मंत्र है सबका साथ, सबका विश्वास और सबका विकास। अब इस मंत्र में आगे सबका प्रयास भी जोड़ दिया गया है। क्योंकि पार्टी सामाजिक समरसता का गुलदस्ता है। विधानसभा चुनाव भी पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। इसके पूर्व केशव मौर्य ने शनिवार को तमाम कार्यक्रमों में शिरकत की। निजी चैनल की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वह बात करते करते सिविल लाइंस में बाबा चाट वाले के यहां पार्टी नेताओं के साथ चाट खाने भी पहुंचे। बाद में उन्होंने ने ही सबका भुगतान किया। इस दौरान विधायक हषवर्धन बाजपेयी, दीपक पटेल, गुरु प्रसाद मौर्य, अवधेश गुप्ता, पवन श्रीवास्तव, सुबोध सिंह, मनोज कुशवाहा, आशीष गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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