उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग का पुनर्गठन

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आगरा के डा.रामबाबू हरित बने चेयरमैन
योगी सरकार ने जारी की एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों की लिस्ट
लखनऊ। विधानसभा चुनावों की आहट के साथ ही भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को निगमों और आयोगों में समायोजित करने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके तहत प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग का पुनर्गठन कर दिया है। प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव के.रवीन्द्र नायक ने बुधवार को आदेश जारी कर दिया। इस आदेश के अनुसार आगरा के डा. रामबाबू हरित को आयोग का नया अध्यक्ष बनाया गया है। शाहजहांपुर के मिथिलेश कुमार व सोनभद्र के रामनरेश पासवान क्रमशरू उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। सम्भल की साध्वी गीता प्रधान, अलीगढ़ के ओम प्रकाश नायक, लखनऊ के रमेश तूफानी, लखनऊ के ही राम सिंह वाल्मीकि, वाराणसी के कमलेश पासी, बलिया के शेषनाथ आचार्य, आजमगढ़ के तीजा राम, जौनपुर की अनीता सिद्धार्थ सदस्य मनोनीत किए गए हैं। इनका कार्यकाल एक वर्ष या 65 वर्ष की उम्र जो भी पहले हो तक के लिए रहेगा। फर्रुखाबाद के राम आसरे दिवाकर, मथुरा के श्याम अहेरिया, वाराणसी के मनोज सोनकर, सोनभद्र के मनोज सोनकर, सोनभद्र के श्रवण गोण्ड, सोनभद्र के ही अमरेश चन्द्र चेरो, कानपुर के किशन लाल सुदर्शन और इटावा के केके सरोज को भी आयोग का सदस्य मनोनीत किया गया है। इससे पूर्व पूर्व आईपीएस और वर्तमान भाजपा राज्यसभा सदस्य बृजलाल को 18 अप्रैल 2018 को आयोग का चेयरमैन बनाया गया था। उनके साथ दो उपाध्यक्ष सहित कुल 17 सदस्यों आयोग बना था। 17 नवम्बर 2019 को 65 वर्ष की आयु पूरी करने की वजह से बृजलाल को आयोग को चेयरमैन पद छोड़ना पड़ा। उसके बाद आयोग की उपाध्यक्ष पूर्णिमा वर्मा आयोग के चेयरमैन का कामकाज देख रही थीं। मगर सरकार ने बुधवार को नई सूची जारी कर अब चेयरमैन समेत 15 सदस्यों का आयोग गठित किया है।

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