आजमगढ़: एसडीएम दरबार पहुंचा 42 लाख की धोखाधड़ी का मामला

Youth India Times
By -
0

मामले में लिप्त तहसीलकर्मियों को मिली 5 दिनों की मोहलत
रिपोर्ट- रविप्रकाश सिंह
आजमगढ़। बेशकिमती भूखंड को बेचने के नाम पर 42 लाख रुपए प्राप्त करने के बाद भूमि विक्रय करने में आनाकानी करने पर पीड़ित व्यक्ति न्याय की गुहार लेकर एसडीएम फूलपुर के समक्ष उपस्थित हुआ। मामले को संज्ञान में लेते हुए उपजिलाधिकारी ने इस फर्जीवाड़े में शामिल तहसीलकर्मियों को आगामी शनिवार के दिन दोनों पक्षों के साथ उपस्थित होने का निर्देश दिया है।
बताते हैं फूलपुर तहसील क्षेत्र के चक नूरी ग्राम निवासी फिरतू राम पुत्र श्री राम के नाम दर्ज 21 बिस्वा भूमि निजामाबाद तहसील क्षेत्र के खुदादाद पुर गांव के पास स्थित है। उक्त भूमि को सरायमीर थाना क्षेत्र के खंडवारी ग्राम निवासी जावेद आलम पुत्र निजामुद्दीन ने फूलपुर तहसील में कार्य रत कुछ कर्मचारियों की मध्यस्थता से भूस्वामी फिरतू राम से साढ़े तीन लाख रुपए विश्वा के हिसाब से तय किया। जावेद आलम ने भूस्वामी फिरतू राम को कई किश्तों में 42 लाख रुपए का भुगतान कर दिया। तयशुदा रकम प्राप्त करने के बाद भी फिरतू ने जब भूमि का बैनामा नहीं किया तो पीड़ित जावेद आलम भूस्वामी एवं मध्यस्थता करने वाले तहसीलकर्मियों के यहां चक्कर लगाना शुरु किया। बात न बनने पर पुलिस ने फूलपुर कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया और दोनों पक्षों को पुलिस ने थाने में बैठा लिया। थाने में हुई पंचायत के बाद छह माह के अंदर 42 लाख की जगह 34 लाख रुपए वापस करने के लिए लिखित समझौता हुआ। बीते 13 जून को समयावधि समाप्त होने पर पीड़ित जावेद आलम जब विपक्षियों से मिला तो उसका पैसा लौटाने से इनकार करते हुए उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई। शनिवार को पीड़ित पक्ष एसडीएम फूलपुर के समक्ष उपस्थित होकर न्याय की गुहार लगाया। इस मामले में अपने मातहतों की संलिप्तता देख एसडीएम फूलपुर में इसे गंभीरता से लेते हुए आगामी सोमवार को दोनों पक्षों के साथ मध्यस्थता करने वाले तहसीलकर्मियों को भी अपने समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया है। अब देखना यह है कि इस मामले में पीड़ित को न्याय मिल पाता है कि नहीं।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)