आजमगढ़: सुविधा शुल्क देकर कारोबार कर रहे हैं, क्या बिगाड़ लोगे

Youth India Times
By -
0

शहर में लॉकडाउन का उल्लंघन कर खुलेआम मिल रहे सामान 
-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। ग्यारह बजे तक आपके लिए दुकाने बंद हैं, हम तो सुविधा शुल्क देकर कारोबार कर रहे हैं क्या बिगाड़ लीजिएगा। यह शब्द सुनकर अटपटा जरूर लगा लेकिन मांस और मदिरा के शौकीनों की भीड़ देखकर इस वजह से चुप होना पड़ा कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता। इतना ही नहीं पुलिस क्या कर सकती है जब दुकान खोलने के बदले में उसे पैसा दिया जा रहा है। यह आरोप हम नहीं लगा रहे बल्कि खुद लबे रोड मांस और मछली का व्यापार करने वाले व्यवसायी लगा रहे हैं। नजारा देखना हो तो शहर के रैदोपुर से हर्रा की चुंगी जाने वाले मार्ग पर स्थित दलालघाट इलाके में अपनी आंखों से देख लीजिए। हां लेकिन लाकडाउन अवधि बीत जाने के बाद इस जगह से थोड़ा और आगे बढ़ेंगे तो कोट चौराहे पर खुलेआम मिठाईयां बिक रही हैं। वहां खरीददारों की भीड़ भी कम नहीं। यहां भी पूछने पर वही जवाब मिला कि दुकान खोलने के एवज में बंद करने वालों का मुंह मीठा कराना पड़ता है साहब। अब सोचिए इस मामले में प्रशासन क्या कर सकता है। जब उसके मातहत ही उसे ठेंगा दिखा रहे हैं। खबर लिखने के लिए प्रशासनिक लापरवाही की बात दिखाने की नियत कुछ नहीं है, हम तो इसके लिए जनता को जिम्मेदार मानते हैं। क्योंकि यदि वह अपना शौक पूरा करने के लिए सड़कों पर न निकले तो बंदिश लगाने वाले क्या कर सकते हैं। हां इतना जरूर है कुछ अनुशासन हीन मछलियां ही पूरे तालाब को बदनाम कर देती हैं। इसके लिए जिला प्रशासन को सोचना होगा और उससे ज्यादा कोरोना संक्रमण काल में सीना फुलाने घूम रहे आम नागरिकों को।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)