चुनाव नहीं यहां बाहुबल और ‘मैनेजमेंट’ से बनते हैं ब्लाक प्रमुख

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गोरखपुर-बस्ती मण्डल के 97 ब्लाकों में तकरीबन 50 प्रमुख हुए थे निर्विरोध निर्वाचित
गोरखपुर। क्षेत्र पंचायत सदस्य बनने के लिए सैकड़ों दावेदार भले ही हाथ-पांव मार रहे हों, लेकिन बारी जब ब्लाक प्रमुख के चुनाव की आएगी तो ज्यादातर सदस्य बगैर लड़े ही हथियार डाल देंगे। पिछले चुनाव में तो कम से कम ऐसा ही हुआ था। लोकप्रियता की ओट में धन और बाहुबल के मैनेजमेंट का ही नतीजा रहा कि गोरखपुर-बस्ती मंडल के 97 ब्लाकों में तकरीबन 40 फीसद पर चुनाव ही नहीं हुए और यहां के प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित हो गए। 12 ब्लाकों में कहने के लिए तो चुनाव हुए लेकिन नतीजा एकतरफा रहा। कुछ ब्लाक में तो चुनावी गुणा-गणित और समीकरण ऐसा था जहां विपक्षी को अपने अलावा किसी सदस्य का वोट नहीं मिला।
वर्ष 2015 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद जब क्षेत्र पंचायत प्रमुख के चुनाव हुए तो गोरखपुर के आठ क्षेत्र पंचायतों में ही प्रमुखी को लेकर लड़ाई देखने को मिली। 10 ब्लाकों के प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित हो गए। देवरिया ऐसा इकलौता जिला रहा जहां 14 ब्लाकों में प्रमुख बनने के लिए कांटे की टक्कर हुई थी। यहां महज दो सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ। संतकबीरनगर में एक सीट पर ही निर्विरोध निर्वाचन हुआ।
महराजगंज की स्थिति भी कमोबेश ऐसी ही थी जहां एक भी सीट भी लड़ाई एकतरफा या दोस्ताना नहीं थी। यहां तीन चैथाई सीटों पर प्रमुख के दावेदारों को चुनौती मिली थी। लड़ाई से पहले ही हथियार डालने या दोस्ताना लड़ाई कर समझौता करने वालों के सिद्धार्थनगर जिला सबसे आगे रहा। यहां के 13 ब्लाकों में से आठ पर चुनाव की नौबत नहीं आई और प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो गए। जिन पांच ब्लाकों में चुनाव हुए भी वहां दो जगह लड़ाई दोस्ताना ही रही। बस्ती में भी पांच सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ था।
ब्लाक प्रमुखी की तैयारी में जुटे दावेदार मतदान और परिणाम से पहले ही सदस्यों को साधने में जुट गए हैं। जिताऊ उम्मीदवारों पर अभी से नजर गड़ा कर बैठे प्रमुखी के दावेदार नेपाल, गोवा की सैर के साथ सेवा-सत्कार का भी आफर भिजवाने लगे हैं। हालांकि आधिकारिक तौर यह बताने के लिए कोई भले न तैयार हो, लेकिन दबी जुबान स्वीकार सभी कर रहे हैं।
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जिला          ब्लाक         निर्विरोध         सविरोध



गोरखपुर      19              10                  09



देवरिया      16              02              14



कुशीनगर      14          08              06



महराजगंज     12          04          08



बस्ती          14            05          09



सिद्धार्थनगर 13          08          05



संतकबीरनगर 09      01         08

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