गलवान घाटी झड़प में सेना के पराक्रम पर शक करने वाले देश से माफी मांगे - यशवंत सिंह

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कृषि कानून किसानों की आय दुगुनी करने के लिए, बन्द हो गई है बिचौलियों की दुकान, इसलिए बेचैनी - विधानपरिषद सदस्य


लखनऊ। लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक विधानपरिषद सदस्य भाजपा नेता यशवंत सिंह ने कहा है कि गलवान घाटी झड़प में भारत की सेना के पराक्रम पर प्रश्न उछालकर अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत की प्रतिष्ठा धूमिल करने वाले नेता चीन द्वारा अपने सैनिकों की मौत स्वीकार किए जाने के बाद अपने देश विरोधी बयानों के लिए सार्वजनिक रूप से देश से माफी मांगे।
शनिवार को चन्द्रशेखर चबूतरा पर जमी चौपाल के दौरान पत्रकारों से बातचीत में लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक विधानपरिषद सदस्य भाजपा नेता यशवंत सिंह ने कहा कि चीन ने गत वर्ष गलवान घाटी में जबरदस्त तैयारी के साथ धोखे से भारतीय भूभाग पर हमला बोला। भारतीय सेना के जवानों ने अपने प्राणों की आहुति देकर इस हमले में सीमा की रक्षा की और 43 चीनी सैनिकों को मार गिराया। भारतीय सेना के इस पराक्रम को लेकर पूरा देश गौरवान्वित था, है और रहेगा लेकिन कुछ लोग उस समय भारतीय सेना के इस पराक्रम पर ही सन्देह व्यक्त करने लगे और इसे लेकर देश विरोधी बयानबाजी भी किए। ऐसे लोगों को गलवान घाटी मामले में शुक्रवार को आम हुए चीन के अधिकृत बयान को जरूर पढ़ना चाहिए और यह एलान करना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की देश विरोधी बयानबाजी वह कभी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा है कि पुलवामा विस्फोट में भी इन नेताओं ने इसी तरह की बयानबाजी की थी जिसका परिणाम इनका पूरा दल भुगता।जिसकी वजह से छह दशक तक देश पर शासन करने वाला इन नेताओं का दल लोकसभा में विपक्ष का कोरम पूरा करने वाली संख्या भी नहीं प्राप्त कर सका। यही हाल रहा तो इस दल को इस देश में अपना पता ढूढ़ना भी मुश्किल हो जाएगा।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक विधानपरिषद सदस्य भाजपा नेता यशवंत सिंह ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों का एक मात्र उद्देश्य है कि भारत के किसानों की आय दोगुनी हो। वह अपनी उपज का अधिकतम लाभ पा सकें। इन कानूनों की वजह से बिचौलियों की दुकान बंद हो गई है। इसलिए बिचैलियों में इन कानूनों को लेकर बेचैनी है।

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