आजमगढ़: प्रदर्शन कर की प्राचार्य को बर्खास्त करने की मांग

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आजमगढ़। श्री दुर्गा जी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य के मनमाने रवैये से क्षुब्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ के सब्र का बांध आखिरकार गुरूवार को टूट गया। संघ के अध्यक्ष डा प्रवेश सिंह के नेतृत्व में लम्बे समय से 9 सूत्री मांगों को लेकर लामबंद शिक्षकों ने जमकर बवाल काटा और अविलम्ब भ्रष्ट प्राचार्य को बर्खास्त करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए प्राचार्य को उनके ही कक्ष में ताला बंदकर विरोध जताया। मौके पर पहुंचे प्राधिकृत नियंत्रण के प्रतिनिधि को 9 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। शिकायती पत्र मिलने के बाद सप्ताहभर के अंदर समस्याओं के निदान के आश्वासन पर मामला किसी तरह शांत हुआ। शिक्षक संघ ने चेतावनी दिया कि अगर सप्ताहभर के अंदर मामले का निदान नहीं हुआ तो अगला प्रदर्शन उग्र होगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्राचार्य व प्रशासक की होगी।
शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा प्रवेश सिंह ने कहा कि संगठन की 9 सूत्री मांगों में महाविद्यालय के बीएड विभाग सहित सभी विभागों के प्राध्यापकों हेतु अविलम्ब कुर्सी उपलब्ध कराया जाए, प्राध्यापक का जीपीएफ जमा पर्ची तत्काल उपलब्ध कराने एवं मानव सम्पदा पोर्टल द्वारा ई सर्विस बुक की प्रमाणित प्रति उपलब्ध कराया जाए, पूर्वांचल विवि जौनपुर द्वारा संचालित परीक्षा का पारिश्रमिक भुगतान कराया जाए, वरिष्ठ प्राध्यापक डा फूलचंद सिंह के एरियर का अविलम्ब भुगतान कराया जाए, प्राध्यापक डा राजीव त्रिपाठी का अकारण 9 दिन का अवरूद्ध वेतन वं आमेलन के बाद नियमित वेतन भुगतान व डा रवीन्द्र कुमार पांडेय का बकाया वेतन भुगतान व दौरान कोविड में अकारण अवरूद्ध वेतन का भुगतान हो साथ ही प्राध्यापक डा वीरेन्द्र व डा ईश्वर का 18 मई 2017 से अद्यतन अवशेष वेतन का भुगतान किया जाए, महाविद्यालय के कई विभागों में इन्वर्टर न लगने व विद्युत व्यवस्था दुरूस्त कराने, महाविद्यालय में शिक्षक व छात्रों को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, व लेक्चर थियटर सहित सभी कक्षाओं में क्षतिग्रस्त फर्नीचर एवं लेक्चर स्टैंड दुरूस्त कराने की मांग शामिल है। उक्त जायज मांगों को लेकर संगठन लम्बे समय से लामबंद है लेकिन भ्रष्ट प्राचार्य द्वारा आज तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया।
महाविद्यालय के संरक्षक डा फूलचन्द्र सिंह व शिक्षक संघ के महामंत्री इन्द्रजीत ने कहा कि प्राचार्य के भ्रष्टाचार से शिक्षक से लगायत छात्र-छात्राएं सभी परेशान है लेकिन आज तक प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंगा, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। विद्यालय का बदहाल पुस्तकालय, जल व्यवस्था से लगायत सभी महत्वपूर्ण व्यवस्थाए समाप्त हाने के कगार पर पहुंच गयी है। पूर्व प्राचार्य डा मधुबाला राय ने कहा कि ऐसे भ्रष्ट प्राचार्य के खिलाफ प्रशासन को तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए लेकिन प्रशासन उन्हें बचाकर महाविद्यालय को गर्त में ढकेलने का काम कर रहा है, जिसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
अन्य वक्ताओं में विवि शिक्षक संघ उपाध्यक्ष डा राजीव त्रिपाठी, जिला उपाध्यक्ष डा वीरेन्द्र दुबे, कोषाध्यक्ष रामानदं सिंह, प्राध्यापक डा ईश्वर चन्द्र त्रिपाठी, डा वेदप्रकाश द्विवेदी, डा फकरे आलम, डा अजीत प्रताप सिह, कौशल, सियाराम शुक्ला, राजेश, विष्णु आदि संगठन के पदाधिकारियों ने संबोधित किया। आंदोलन को माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डा अवधेश तिवारी ने अपना समर्थन दिया। इसके इतर, दूसरी तरफ छात्र-छात्राओं ने भी प्राचार्य द्वारा 33 प्रवेश पर बरती गयी अनियमितता को लेकर घेराव करते हुए अपनी नाराजगी दर्ज करायी। इस अवसर पर छात्रनेता प्रदीप कुमार, अशोक यादव, गोलू यादव, विवेक कुमार पांडेय, आंचल मिश्रा, एकता मद्धेशिया, निवेदिता, नेहा, श्रेया सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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