संदिग्ध चाल-ढाल से खुला राज, वर्दी सहित 230 बरामद, तीसरी बार पकड़ी गई
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश पुलिस की पूरी वर्दी पहनकर बस और ट्रेन में बिना टिकट घूमने वाली 29 वर्षीय महिला को आजमगढ़ पुलिस ने रोडवेज बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी महिला खुद को पुलिसकर्मी बताकर आमजन और परिवहन विभाग को लगातार ठग रही थी। यह उसका तीसरा अपराध है। आज दोपहर चौकी प्रभारी रोडवेज उ0नि0 सौरभ त्रिपाठी और महिला थानाध्यक्ष प्रज्ञा सिंह अपनी टीम के साथ रोडवेज बस स्टैंड पर शांति-व्यवस्था ड्यूटी पर तैनात थे। इसी दौरान यूपी पुलिस की पूरी वर्दी (कंधे पर मोनोग्राम, बेल्ट, पी-कैप, जूते-मोजे) पहने एक महिला संदिग्ध ढंग से घूमती दिखी। उसकी चाल-ढाल और बातचीत पुलिसकर्मी जैसी नहीं लग रही थी। पूछताछ में पहले तो उसने झूठ बोला, लेकिन सख्ती करने पर अपना असली नाम नीतू चौहान पुत्री धनकु चौहान (29 वर्ष), निवासी बनकटा बुजुर्ग, थाना राजेसुल्तानपुर, जिला अम्बेडकर नगर बताया। उसने कबूल किया कि वह पुलिस में नहीं है और सिर्फ वर्दी पहनकर बस-ट्रेन में मुफ्त यात्रा करती है। महिला पुलिसकर्मी द्वारा जामा तलाशी लेने पर उसके पास से पूरी यूपी पुलिस वर्दी, बेल्ट मय चपरास, दोनों कंधों पर बैज, गोल्डन चिन्ह वाली पी-कैप, पुलिस पैटर्न के जूते-मोजे और एक लाल पर्स में 230 नकद बरामद हुए। पुलिस जांच में पता चला कि नीतू चौहान पहले भी पुलिस वर्दी के दुरुपयोग के अपराध में दो बार पकड़ी जा चुकी है।

