परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी करने पर भाई-चाचा ने उतारा मौत के घाट
बलिया। छपरा-बलिया रेलखंड पर बकुलहा रेलवे ट्रैक के पास बिना सिर और कपड़ों के मिली युवती की लाश की शिनाख्त हो गई है। मृतका की पहचान टोला फते राय निवासी प्रीति यादव (20) के रूप में हुई है। प्रेमी अभिषेक यादव से भागकर शादी करने के कारण उसके सगे भाई आर्यन उर्फ पिंटू यादव और चाचा अशोक यादव ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने भाई पिंटू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि चाचा अशोक की तलाश की जा रही है। पिछले साल 30 नवंबर को प्रीति ने पड़ोस के गांव बकुलहा के अभिषेक यादव से प्रेम विवाह कर लिया था और दोनों गुड़गांव चले गए थे। परिवार को शादी से बदनामी का डर था। चाचा अशोक और भाई पिंटू ने अभिषेक के परिजनों से संपर्क कर दोनों को वापस बुलाने का आश्वासन दिया कि गांव में पारंपरिक तरीके से शादी करा दी जाएगी। भरोसे में आए अभिषेक के पिता ने 14 नवंबर को दोनों को गांव बुला लिया। 16 नवंबर को अभिषेक के चाचा ने प्रीति को उसके घर पहुंचा दिया। मात्र दो दिन बाद ही 18 नवंबर को उसका सिर कटा शव रेलवे ट्रैक किनारे मिला। पुलिस पूछताछ में आरोपी भाई पिंटू ने कबूल किया कि चाचा अशोक ने प्रीति के दोनों पैर पकड़ लिए और उसने गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद दोनों ने शव को कंबल में लपेटकर रात में अपाचे बाइक पर ले जाकर रेलवे ट्रैक के पास जलजमाव वाली जगह पर पहुंचाया। वहां चाकू से पहले गर्दन काटी और फिर सिर को चलती ट्रेन के सामने फेंक दिया ताकि पहचान छिप जाए और रेल दुर्घटना का रूप दिया जा सके। कपड़े भी उतार दिए थे। हालांकि शव के पास से मिले कपड़ों और आधार कार्ड से पुलिस ने शिनाख्त कर ली। आरोपी के पास से हत्या में इस्तेमाल चाकू और अपाचे बाइक बरामद कर ली गई है। बाइक के कागजात न दिखा पाने पर उसे भी जब्त कर लिया गया। क्षेत्राधिकारी बैरिया मुहम्मद फहीम कुरैशी ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और चाचा अशोक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।


