एकता और अनुशासन के भाव से उत्प्रेरित एन सी सी के युवा, राष्ट्र की सच्ची युवा शक्ति हैं-कर्नल दिनेश शर्मा, कमान अधिकारी
आज़मगढ़। नगर के प्रतिष्ठित महाविद्यालय डीएवी कॉलेज के न्यू सेमिनार हाल में सोमवार को 99 यूपी बटालियन एन सी सी के कैडेटों ने कमान अधिकारी के निर्देश के क्रम में समारोह पूर्वक 78वां एनसीसी दिवस मनाया गया। प्रबन्धक आनन्द प्रकाश श्रीवास्तव एडवोकेट के सरंक्षण और प्राचार्य प्रो0 प्रेम चंद्र यादव निर्देशानुसार वरिष्ठ प्रोफेसर, डॉ0 राकेश यादव एवं सहयुक्त एन सी सी अधिकारी डॉ0 पंकज सिंह ने पूरे कार्यक्रम की कमान संभालते हुए कैडेटों के मोटीवेशनल स्पीच और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना की। इस अवसर पर डॉ0 अमित कुमार सिंह, डॉ0 सुरेंद्र यादव, डॉ0 नवनीत तिवारी, डॉ0 शैलेन्द्र यादव ने भी अपने प्रेरक उद्बोधन से कैडेटों को प्रोत्साहित किया। ले0 डॉ0 पंकज सिंह ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए 99 यू पी बटालियन के संदेश को स्पष्ट करते हुए कहा कि विश्व के सबसे बड़े युवा वर्दीधारी संगठन एनसीसी ने भारतीय सेना को सदैव उच्च प्रशिक्षित मानव संसाधन उपलब्ध कराकर राष्ट्र के प्रति अपनी संकल्पबद्धता प्रस्तुत की है और एकता तथा अनुशासन के भाव से से लबरेज़ एन सी सी के ये युवा भारत राष्ट्र की सच्ची युवा शक्ति के प्रतीक हैं। प्राचार्य प्रो0 प्रेमचंद्र यादव ने कैडेटों के प्रति सन्देश ज्ञापित करते हुए कहा कि युवा शक्ति को पहचानने और निखारने का सबसे सुंदर माध्यम एन सी सी संगठन के माध्यम से ही संभव है। प्रभारी प्रोफेसर राकेश यादव और प्रोफेसर अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कैडेटों को एन सी सी दिवस की बधाई देते हुए एन सी सी के पाठ्यक्रम को देश के युवाओं के लिए अनिवार्य करने की मांग जिससे आदर्श नागरिकों के निर्माण से देश को और भी मजबूत बनाया जा सके। साक्षी प्रजापति, आराध्या, खुशी आदि ने अपने स्पीच के माध्यम से एन सी सी की महत्ता को उजागर किया। आकांक्षा वर्मा ने प्रेरक गीत की प्रस्तुति दी और माधवी राय ने देशभक्ति गीतों पर अपनी नृत्य प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।कार्यक्रम के दौरान आकांक्षा वर्मा और विवेक मौर्या को एनसीसी में उनकी उपलब्धियों के लिए प्राचार्य द्वारा सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर, डॉ0 अजय सोनकर, मोहम्मद सिरताज़, डॉ0 करुणेश सिंह, डॉ0 संजय गौड़, डॉ0 दुर्गेश सिंह, डॉ0 धर्मेन्द्र, डॉ0 साहनी,डॉ0 दिनेश तिवारी, बटालियन के पी आई स्टाफ़ और बड़ी संख्या में एन सी सी कैडेट्स मौजूद रहे।


