आजमगढ़। जनपद के जीयनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में एक विवाहित महिला के साथ उसके जेठ ने न केवल छेड़खानी की, बल्कि बलात्कार करने का प्रयास किया। विरोध करने पर जेठानी और देवरानी ने मिलकर महिला व उसकी दो बेटियों को बेरहमी से पीटा। घटना के 15 दिन बीत जाने के बावजूद थाना जीयनपुर पुलिस ने न तो FIR दर्ज की और न ही मेडिकल कराया। मजबूरन पीड़िता ने न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में 173(4) CrPC के तहत प्रार्थना-पत्र दिया।
पीड़िता के प्रार्थना-पत्र के अनुसार, बीते 20 सितंबर 2024 को सुबह करीब 9 बजे वह घर में अकेली थी। उसका जेठ संजय (42) अचानक घर में घुस आया और पीछे से पकड़कर जमीन पर पटक दिया। उसने ब्लाउज खींचकर फाड़ दिया और अश्लील हरकत करते हुए बलात्कार करने की कोशिश की। चिल्लाने पर पीड़िता की बेटियां दौड़ी आईं तो संजय ने उन्हें गंदी-गंदी गालियां दीं और मारने लगा।
इसी बीच संजय की मां लक्ष्मी (58) और भाभी रेनू (38) भी घर में घुसीं। तीनों ने मिलकर तारा देवी और उसकी बेटियों को लाठी-डंडों से पीटा। आस-पास के लोग इकट्ठा होते देख आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। पीड़िता ने तुरंत 112 पर सूचना दी। पुलिस मौके पर आई, लेकिन थाने जाकर मुकदमा दर्ज कराने को कहा।
थाने पहुंचने पर दरोगा ने “आज नहीं, कल आना” कहकर टाल दिया। कई चक्कर लगाने के बावजूद FIR नहीं लिखी गई। 30 सितंबर को पीड़िता ने SSP आजमगढ़ को रजिस्ट्री से प्रार्थना-पत्र भेजा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार 4 अक्टूबर को पीड़िता ने FTC महिला न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में प्रार्थना-पत्र देकर FIR दर्ज करने और जांच के आदेश की गुहार लगाई। कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस ने संजय, रेनू, लक्ष्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।


