आजमगढ़। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन में अपराधियों पर नकेल कसने के अभियान के तहत आजमगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। हत्या, लूट, गैंगस्टर और अन्य गंभीर अपराधों के कुल 78 मुकदमों में नामजद प्रदेश स्तर के चिन्हित माफिया और गैंग लीडर ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह तथा उनके तीन साथियों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर श्रीकृष्ण पाठशाला (इंटर कॉलेज) के प्रबंधन पर कब्जा करने की साजिश रचने के आरोप में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
थाना कोतवाली पर दर्ज मुकदमा संख्या 601/2025 के तहत धारा 2(ख)(1)/3(1) उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 लगाई गई है। प्रभारी निरीक्षक यादवेन्द्र पाण्डेय के प्रार्थना पत्र पर यह कार्रवाई हुई।
नामजद अभियुक्त:. ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह पुत्र रुद्र प्रताप सिंह, निवासी छपरा सुल्तानपुर, थाना जीयनपुर– 78 मुकदमों में शामिल, जिसमें हत्या, लूट, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर के कई मामले, बंदना सिंह पत्नी ध्रुव सिंह, उम्र करीब 34 वर्ष, निवासी छपरा सुल्तानपुर) – फर्जीवाड़े और धमकी के 8 मामले, सुनील कुमार सिंह** (पुत्र स्व. तीर्थराज सिंह, उम्र 57 वर्ष, निवासी ताहिरपुर, थाना रौनापार) – एनडीपीएस, मारपीट और गैंगस्टर के 7 मामले, नरेन्द्र कुमार सिंह पुत्र गोरखनाथ सिंह, उम्र 63 वर्ष, निवासी धरौली, थाना कप्तानगंज– फर्जीवाड़े के 2 मामले।
अभियुक्तों ने आर्थिक और भौतिक लाभ के लिए गिरोह बनाकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और स्कूल की मैनेजिंग कमेटी में प्रबंधक पद पर कब्जा करने की कोशिश की। विरोध करने वालों को फर्जी मुकदमों में फंसाने, गाली-गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने जैसे अपराध किए। इससे पहले थाना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें जांच पूरी कर आरोप पत्र कोर्ट में भेजा जा चुका है। ध्रुव सिंह का आपराधिक इतिहास: 1992 से 2025 तक 78 मामले, जिसमें 10 से अधिक हत्या और हत्या के प्रयास। लूट, आर्म्स एक्ट, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट के कई मुकदमे। आजमगढ़, मऊ, जौनपुर और लखनऊ में दर्ज केस।
पुलिस की आगे की कार्रवाई: साक्ष्यों का संकलन और विधिक प्रक्रिया जारी। गिरोह की आर्थिक पृष्ठभूमि, फर्जी दस्तावेजों के स्रोत और सहयोगियों की तलाश के लिए विशेष टीम गठित। स्कूल प्रबंधन से जुड़े दस्तावेजों की जांच चल रही है।


