आजमगढ़। आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर नवनिर्मित जीआरपी थाना भवन और प्री-फैब्रिकेटेड बैरक का उद्घाटन मंगलवार को अपर पुलिस महानिदेशक (रेलवे) श्रीप्रकाश डी ने हवन-पूजन, शिलापट्ट अनावरण और फीता काटकर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जीआरपी का मुख्य दायित्व यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और रेलवे परिसर में अपराध नियंत्रण करना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि चाहे अपराध ट्रेन में हो, प्लेटफॉर्म पर या स्टेशन परिसर में, उसे रोकना जीआरपी की प्राथमिकता है। यह नया थाना यात्रियों की सुरक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
40 लाख रुपये की लागत से निर्मित इस थाने में आधुनिक सुविधाओं जैसे कंप्यूटरीकृत सिस्टम, वाई-फाई और बेहतर कार्यस्थल की व्यवस्था की गई है, ताकि कर्मचारियों को कार्य करने में कोई असुविधा न हो। एडीजी ने बताया कि प्रदेश में जीआरपी के 65 थानों को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीजीपी के निर्देशों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह थाना उसी दिशा में एक कदम है।
उद्घाटन के बाद एडीजी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर यात्रियों की सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के उपायों पर चर्चा की। मीडिया से बातचीत में उन्होंने रेलवे स्टेशन पर दलालों और अराजक तत्वों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा, "ऐसे लोगों पर कड़ी नजर रखी जाएगी और सिस्टम में उनकी कोई जगह नहीं है।"
निरीक्षण के दौरान श्रीप्रकाश डी ने थाना प्रभारी कक्ष, कार्यालय, कंप्यूटर कक्ष, शस्त्रागार, बंदी कक्ष और मेस कक्ष का जायजा लिया और व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। उन्होंने थाना प्रभारी निरीक्षक नासिर हुसैन, पूर्व प्रभारी निरीक्षक बी.बी. राजभर और गारद की सलामी देने वाले उपनिरीक्षक अभिमन्यु यादव को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में एसएसपी हेमराज मीना, एसपी ग्रामीण चिराग जैन, सीओ सिटी शुभम तोदी, सीडीओ परीक्षित खटाना, रेलवे एसएसपी लक्ष्मी निवास मिश्र, उपाधीक्षक विनोद सिंह, सबिरत्न गौतम, आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक अभय कुमार राय, स्टेशन मास्टर बिजेंद्र सिंह सहित कई रेलवे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।




