आजमगढ़। विश्व हिन्दू रक्षा परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री और भाजपा नेता श्याम सुंदर चौहान ने शेखपुरा स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में वायरल वीडियो के आरोपों का जवाब देते हुए विपक्षियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बेबुनियाद और मनगढ़ंत आरोप लगाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे लोग अपनी करतूतों से बाज आ जाएं। चौहान ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर उनकी छवि खराब करने के लिए फैलाई जा रही खबरें पूरी तरह निराधार हैं।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा, "मैं भाजपा का सच्चा सिपाही हूं और जनसेवा के लिए राजनीति में आया हूं। किसी भी आरोप-प्रत्यारोप से मैं भयभीत नहीं हूं। विपक्षी हमारी बढ़ती लोकप्रियता से घबराए हुए हैं और मेरा नाम व फोटो लगाकर फर्जी वीडियो को मुझसे जोड़ रहे हैं, जबकि इनका मुझसे कोई लेना-देना नहीं है।"
वीआईपी सुरक्षा प्राप्त करने के आरोपों पर बोलते हुए श्याम सुंदर चौहान ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी सोशल मीडिया से ही मिली। उन्होंने सदगी क्षेत्र के दो यूट्यूबर्स पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे बिना किसी आधार के मनगढ़ंत कहानियां गढ़कर अपनी लोकप्रियता हासिल करने के लिए उनके राजनीतिक कद का फायदा उठा रहे हैं। चौहान ने चेतावनी दी कि ऐसे लोगों को वकील के माध्यम से लीगल नोटिस भेजा जाएगा। उन्होंने कहा, "पूर्व में भी मेरे ऊपर मनगढ़त आरोप लगे हैं, लेकिन कोर्ट में कभी साक्ष्य पेश नहीं किया जा सका।"
चौहान ने आगे कहा, "राजनीतिक द्वेष रखने वाले कितने ही आरोप लगाएं, मैं शोषित, वंचित और गरीबों की लड़ाई को कभी नहीं छोड़ूंगा।" उन्होंने विधायक रामविलास चौहान द्वारा लगाए गए आरोपों का जिक्र करते हुए बताया कि मामले में विवेचना अधिकारी को जवाब दे दिया गया है और एक वर्ष बाद भी कोई सबूत नहीं मिला। विपक्षी अब समझौते की बात करने लगे हैं, लेकिन मैं किसी फर्जी आरोप से घबराने वाला नहीं हूं। उन्होंने वीडियो की लेबोरेटरी जांच कराने की चुनौती देते हुए कहा, "अगर वीडियो मेरा साबित होता है या मेरे नंबर से फोन गया है, तो मैं जेल जाने को तैयार हूं। लेकिन आरोप लगाने वाले जब सबूत देने की बारी आती है, तो सुलह की बात करने लगते हैं।" भाजपा की नीतियों के प्रचार को रोकने के लिए पीठ पीछे वार किए जा रहे हैं, लेकिन वे डटकर मुकाबला करेंगे।



