इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने हर स्तर से कानूनी लड़ाई लड़ने का किया ऐलान
आजमगढ़। शहर के एक डॉक्टर दंपति ने स्थानीय भाजपा नेता पर जबरन वसूली, गाली-गलौज और उनकी जमीन पर अवैध कब्जे का प्रयास करने का गंभीर आरोप लगाया है। डॉक्टर ने कोतवाली थाने में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है, जिसमें अदालत के अंतरिम आदेश का पालन सुनिश्चित करने और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। मामला भूमि विवाद से जुड़ा हुआ है, जो जिले में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है।
तहरीर के अनुसार, डॉक्टर नदीम अहमद (अस्थि रोग विशेषज्ञ) और उनकी पत्नी डॉ. नाएमा अफरीन (स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ) पिछले 5-6 वर्षों से आजमगढ़ शहर के हर्रा की चुगी इलाके में किराए के भवन में चिकित्सकीय सेवाएं दे रहे हैं। अपनी मेहनत की कमाई और परिवार की मदद से उन्होंने जून 2025 में बलरामपुर मौजा के गाटा संख्या 562 में 7500 वर्ग फुट जमीन खरीदी और निर्माण कार्य शुरू कराया। लेकिन 20 अगस्त 2025 को मयंक कुमार गुप्ता (पुत्र श्याम सुंदर गुप्ता, निवासी हर्रा की चुगी) अपने 15-20 साथियों के साथ साइट पर पहुंचे और मजदूरों, मिस्त्रियों तथा ठेकेदार को गालियां देकर काम बंद करने की धमकी दी।
डॉक्टर ने बताया कि जब वे मौके पर पहुंचे तो मयंक गुप्ता ने खुद को भाजपा का नेता और कोषाध्यक्ष बताते हुए 10 लाख रुपये की मांग की। मना करने पर उन्होंने काम न करने देने की धमकी दी। डॉक्टर ने तुरंत कोतवाली थाने को सूचना दी और 112 नंबर पर कॉल किया। पुलिस ने बताया कि स्टे ऑर्डर है, इसलिए काम रोक दें और दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया। थाने में शनिवार को दोनों को कागजात लेकर आने को कहा गया और तब तक काम न करने की हिदायत दी गई।
हालांकि, अगली रात यानी 21 अगस्त को मयंक गुप्ता अपने साथियों के साथ फिर से जमीन पर पहुंचे और अवैध कब्जे की नीयत से भाजपा कार्यालय का बोर्ड लगा दिया। वे कुर्सियां लगाकर बैठ गए और पूछताछ करने पर डॉक्टर के साथ अभद्रता, गाली-गलौज की तथा फिर से 10 लाख रुपये मांगे। परेशान होकर डॉक्टर ने न्यायालय की शरण ली, जहां मुनसिफ कोर्ट खंड शहर आजमगढ़ ने 21 अगस्त 2025 को अंतरिम निषेधाज्ञा जारी कर दी। तहरीर में मयंक गुप्ता को मनबढ़ और दबंग प्रवृत्ति का व्यक्ति बताया गया है, जो खुद को भाजपा नेता बताकर अदालत के आदेश की अवहेलना कर रहा है।
डॉक्टर ने थाने से मांग की है कि अदालत के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए और मयंक गुप्ता के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाए। इससे वे और उनकी पत्नी निश्चिंत होकर निर्माण कार्य पूरा कर सकें और अपनी चिकित्सकीय सेवाएं जारी रख सकें। साथ ही, जिले में मुख्यमंत्री के कानून के राज को मजबूत करने में मदद मिलेगी। इन सब मामलों को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी डॉक्टर के पक्ष में प्रेस वार्ता की। डॉक्टर के पक्ष की बात रखते हुए आईएमए ने हर स्तर से कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए बात कही। भाजपा नेता मयंक गुप्ता पर लगे इन आरोपों को लेकर जब उनसे बात करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया।





