आजमगढ़। पुलिस उपमहानिदेशक, वाराणसी जोन की दिए गए प्रार्थना पत्र में जनपद चन्दौली निवासी युवती ने बताया कि वह इस समय आजमगढ़ शहर के कोलघाट मुहल्ले में किराये के मकान में रहती है। उसकी मुलाकात आज से लगभग 04 वर्ष पूर्व एसओजी आजमगढ़ में तैनात सिपाही हारिश वासे खान पुत्र अलीम खान निवासी ग्राम नौदर, थाना- बलुआ जनपद चन्दौली से हुई। इस दौरान हारिश वासे खान ने बताया कि मैं एसओजी में सिपाही हूँ और तुम्हें आजमगढ़ में किसी प्रकार की कोई परेशानी होगी तो मुझे बताना।धीरे-धीरे मुझसे नजदीकियों बढ़ाने लगा। हारिस वासे खान एक दिन अचानक मेरे रुम पर आ गया और झूठा आश्वासन देकर मेरे साथ मेरे मर्जी के विरुद्ध जबरदस्ती बलात्कार किया। जब मैंने विरोध किया तो कहा कि मैं शादी शुदा नहीं हूँ, मैं तुमसे शादी करूँगा तथा तुम्हे अपनी रानी बनाकर रखूँगा। मै हारिस वासे खान के विश्वास में आ गयी। इसके बाद वह मुझे लेकर अपने सरकारी रूम पुलिस लाईन, आजमगढ़ में लेकर रहने लगा। सरकारी रूम पर डेढ़ वर्ष तक पति पत्नी के रिलेशन में साथ रही। इस दौरान मैं गर्भवती हो गयी। हारिस वासे खान ने कहा कि मेरी माँ आसमा खान, बहन मोनी, बड़ा भाई दानिश रूम पर आये है, हम लोग दवा इलाज हेतु तुम्हे सिविल लाईन आजमगढ़ में ले चल रहे हैं। ये लोग पुनः मुझे अपने रूम पर लिवा आये और अपने माँ बहन व भाई से आपस में राय मशविरा करके मेरी इच्छा के विरुद्ध जबरदस्ती मुझे गर्भपात की दवा खिला दिया। स्वस्थ्य होने पर हारिस वासे खान पुनः शादी का झासा व झूठे आश्वासन देकर लगातार मेरी मर्जी के विरुद्ध शारीरिक सम्बन्ध बनाता रहा और यह कहता रहा कि जल्द ही हम लोग शादी कर लेगें और बतौर पति पत्नी रहेगें। काफी आरजू-मिन्नत के बाद भी जब हारिस वासे खान ने शादी नहीं किया तो मजबूर होकर मैने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक को लिखित प्रार्थना पत्र दिया। जिसके आधार पर आरक्षी हारिस वासे खाँ के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया। इसके बाद हारिस वासे खान ने 13.06.2024 को मेरे साथ निकाह कर लिया। शादी के बाद मेरे ससुराल पक्ष के लोग मुझे लिवाकर गाँव नौदर गये, वहां पर मेरे पति हारिस वासे खान, सास आसमा खान, ननद मोनी, जेठ दानिस खान आदि द्वारा दहेज में 10,00,000/-( दस लाख) रू0 की मांग करते हुए मुझे शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे तथा कहा जाने लगा कि जब तक दस लाख रूपया नहीं लाओगी तब तक हम लोग तम्हे नहीं रखेगें। उसके बाद हारिस वासे खाँ मुझे लाकर कोतवाली आजमगढ़ थाना क्षेत्र में किराये के मकान में रख कर साथ रहने लगे। मेरे पति हारिस वासे खाँ का ट्रान्सफर जनपद भदोही हो गया जिसके बाद उनका मेरे प्रति व्यवहार बदलने लगा। हारिस वासे खान अपने परिवार वालों के सह व साजिश में होकर मेरे कमरे आकर मारपीट किया तथा बतौर पत्नी रखने से इन्कार कर दिया और माँ-बहन की गाली व जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि मैं पुलिस विभाग में हूं। तुम्हारी कहीं कोई सुनवाई नही होगी, यदि मेरे व मेरे परिवार के विरुद्ध किसी प्रकार की कोई कार्यवाही करोगी तो तुम्हें जान से हाथ धोना पड़ेगा। आरक्षी हारिस वासे खाँ ने मेरी जिन्दगी को नरक बना दिया है। मैं आत्महत्या करने के लिए विवस हो गयी हूं। मुझे विश्वास है कि भविष्य में किसी प्रकार की कोई बड़ी अप्रिय घटना हो सकती है तथा हारिस वासे खाँ किसी न किसी से मेरी हत्या करवा सकता है।
युवती की तहरीर पर शहर कोतवाली में पति हारिस वासे खान, सास आसमा खान, ननद मोनी, जेठ दानिस खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।










