231 विद्यालयों के बंद होने से हजारों बच्चे और परिवार होंगे प्रभावित : धर्मेंद्र यादव
इन सात बिंदुओं पर जिलाधिकारी से मांगी विस्तृत जानकारी
आजमगढ़ : आजमगढ़ जिले में 2706 विद्यालयों में से 329 विद्यालयों को चिन्हित कर 231 विद्यालयों को बंद करने, मर्ज करने या अन्य विद्यालयों के साथ जोड़ने (पेयर करने) का आदेश जारी किया गया है। इस निर्णय से हजारों बच्चों और उनके परिवारों पर सीधा प्रभाव पड़ने की संभावना है। इस संबंध में सांसद धमेन्द्र यादव ने जिलाधिकारी रविंद्र कुमार को पत्र लिखकर प्रभावित वर्गों की विस्तृत जानकारी तत्काल उपलब्ध कराने की मांग की है।
पत्र में निम्नलिखित बिंदुओं पर स्पष्ट जानकारी मांगी गई है: 1. प्रभावित विद्यार्थियों का आय-स्तर आधारित वर्गीकरण : निम्न आय वर्ग, मध्यम आय वर्ग और उच्च आय वर्ग के कितने विद्यार्थी इस फैसले से प्रभावित होंगे।
2. जातिगत वर्गीकरण : अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और सामान्य वर्ग के कितने विद्यार्थी प्रभावित होंगे, इसका विस्तृत विवरण। 3. प्रभावित बच्चों की संख्या और सूची : कुल प्रभावित बच्चों की संख्या के साथ-साथ ग्रामवार और ब्लॉकवार सूची। 4. वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था : विद्यालय बंद होने के बाद बच्चों के लिए प्रस्तावित परिवहन व्यवस्था की जानकारी। 5. अभिभावकों की सहमति/आपत्ति : क्या इस फैसले पर अभिभावकों से लिखित सहमति या आपत्ति ली गई है? यदि हां, तो संबंधित दस्तावेजों की प्रतियां। 6. शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति : मर्ज किए गए विद्यालयों के शिक्षकों, अनुदेशकों, शिक्षामित्रों, रसोइयों और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को किन विद्यालयों में नियुक्त किया गया है, इसकी सूची। 7. ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर तैनाती : चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों में से कितने कर्मचारी ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर तैनात किए गए हैं, उनकी सूची।
पत्र में सांसद धर्मेंद्र यादव ने जोर दिया गया है कि यह जानकारी जनहित में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए शीघ्र उपलब्ध कराई जाए। यह निर्णय न केवल बच्चों की शिक्षा, बल्कि शिक्षकों, रसोइयों और अन्य कर्मचारियों के रोजगार पर भी गहरा असर डाल सकता है।







