एक फांसी पर लटकी तो दूसरे की संदिग्ध अवस्था में मिली लाश
आजमगढ़। जिले में दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दो युवतियों की दुखद मृत्यु की घटनाओं ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। पहली घटना अतरौलिया थाना क्षेत्र के उपटापार बांसगांव में हुई, जहां 19 वर्षीया खुशबू, पुत्री मिठाई लाल, ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दूसरी घटना जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के रामगढ़ तिवारीपुरा में हुई, जहां विवाहिता बबिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई, जिसके बाद उसके भाई की तहरीर पर पति, सास और देवर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
अतरौलिया थाना क्षेत्र के उपटापार बांसगांव में शुक्रवार सुबह 19 वर्षीया खुशबू ने पंखे से दुपट्टे के सहारे फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतका के पिता मिठाई लाल, जो सब्जी बेचने का काम करते हैं, ने खिड़की से अपनी बेटी को लटके हुए देखा तो उनके होश उड़ गए। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा और स्थानीय पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ जांच शुरू की और शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी हाउस भेज दिया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, लेकिन मृत्यु के सटीक कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा।
खुशबू हाई स्कूल तक पढ़ाई कर चुकी थी और अतरौलिया कस्बे में ब्यूटी पार्लर का कोर्स कर रही थी। मिठाई लाल के तीन बेटे हैं, जो पुणे में नौकरी करते हैं, जिनमें से एक की शादी हो चुकी है। इस घटना ने परिवार और आसपास के लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
वहीं, जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के रामगढ़ तिवारी पुरा में गुरुवार रात 8 बजे विवाहिता बबिता, पुत्री समरजीत, की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। बबिता का विवाह 4 जून 2018 को धार्मिक रीति-रिवाज और दान-दहेज के साथ अमर, पुत्र रामपाल, निवासी रामगढ़ तिवारी पुरा, के साथ हुआ था। मृतका के भाई सत्येंद्र, पुत्र सबरजीत, ने जीयनपुर पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि ससुराल वाले दहेज के लिए बबिता को लगातार प्रताड़ित करते थे। सत्येंद्र के अनुसार, बबिता की छोटी बहन की शादी 4 जून को होने वाली थी, और इस दौरान दहेज में अंगूठी व चेन की मांग को लेकर पति अमर, देवर कमल और सास इंद्रावती ने बबिता को जहर देकर मार डाला।
सूचना पर पहुंची जीयनपुर पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल की जांच की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने सत्येंद्र की तहरीर के आधार पर धारा 115/2, 352, 180, 85 और 3/4 डीपी एक्ट के तहत पति, देवर और सास के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया है। बबिता के दो छोटे बेटे, ऋषभ (5 वर्ष) और सीपू (2 वर्ष), हैं। इस घटना से मृतका के परिवार में कोहराम मच गया है।
दोनों मामलों में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। अतरौलिया मामले में पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है, जबकि जीयनपुर मामले में दहेज उत्पीड़न और हत्या के आरोपों की गहन छानबीन की जा रही है। दोनों घटनाओं ने स्थानीय समुदाय में दुख और आक्रोश पैदा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के नतीजे आने के बाद ही दोनों मामलों में आगे की कार्रवाई स्पष्ट होगी।