नहीं सुलझ पाई संविदा लाइनमैन जयप्रकाश की हत्या की गुत्थी
सुसाइड नोट लिखे पन्ने की डायरी बरामद, हस्ताक्षर का मिलान बाकी
आजमगढ़। जीयनपुर कोतवाली के इमिलिया गांव की पुलिया के पास शुक्रवार की सुबह पुरुषोत्तमपुर कैथौली गांव निवासी संविदा लाइनमैन 52 वर्षीय जयप्रकाश लाल श्रीवास्तव की गोली लगने से हुई मौत के मामले की गुत्थी पुलिस तीसरे दिन भी नहीं सुलझा पाई। हत्या और आत्महत्या के बीच उलझी है। मृतक के जेब से सुसाइड नोट मिला है, जिसकी पड़ताल फिलहाल चल ही रही है। इमिलिया में हुई हत्या के मामले में पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। जयप्रकाश की मौत कनपटी में गोली लगने से हुई है। पोस्टमार्टम में उसके पाकेट से मिली मोबाइल के सभी नंबरों को खंगाला गया, लेकिन कोई ऐसा नंबर नहीं मिला, जिससे बार-बार बात की गई हो या उससे किसी तरह का कोई कुछ मिले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी हत्या की कोई गुत्थी नहीं सुलझ पाई। मृतक की बाइक की डिक्की से चार कारतूस मिलने का भी पुलिस ने दावा किया है। उसके सीने पर मिला तमंचा भी अनेक सवाल पैदा कर रहा है। उसके पास अपना कोई असलहा नहीं था। हत्या और आत्महत्या के बीच में चाहे भी जो सही हो लेकिन इस हत्या और आत्महत्या के बीच तमाम ऐसे अनुत्तरित सवाल खड़े हैं जिनका जवाब पुलिस को ढूंढना ही होगा। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली जीयनपुर विवेक कुमार पांडेय ने बताया कि मृतक की जेब से मिले सुसाइड नोट में उसने लिखा है की पत्नी ने 2022 में उसके ऊपर तमाम झूठे आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। जिससे उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा को काफी ठेस पहुंची है। बार-बार उसे मानसिक पीड़ा दी जा रही थी। जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। जिस पन्ने को डायरी से फाड़कर सुसाइड नोट लिखा है, वह डायरी भी बरामद हो गई है। अभी हस्ताक्षर का मिलान किया जाना बाकी है।