नसीमा खातून ने अपनाया हिंदू धर्म

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1100 किमी दूरी तय कर पहुंची प्रेमी के पास, आश्रम में रचाई शादी

बरेली। बिहार के पूर्णिया जिले की नसीमा खातून ने मोहब्बत के लिए मजहब की दीवार को तोड़ दिया। वह करीब 1100 किलोमीटर का सफर तय कर अपने प्रेमी के पास बरेली पहुंची। नसीमा ने हिंदू धर्म अपनाकर अपना नाम मीनाक्षी शर्मा रख लिया और शहर के एक आश्रम में प्रेमी महेश शर्मा के साथ शादी कर ली है। नसीमा तीन तलाक पीड़ित हैं। वह अपनी डेढ़ वर्षीय बेटी को भी लेकर आई हैं। महेश और नसीमा की प्रेम कहानी सोशल मीडिया के जरिए शुरू हुई थी। महेश शर्मा बरेली के क्योलड़िया क्षेत्र के साहबगंज दलेलनगर गांव के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया के जरिए उनकी जान पहचान नसीमा से हुई थी। बातचीत का सिलसिला दोस्ती में बदल गया। चूंकि नसीमा तलाकशुदा हैं, इसलिए उन्होंने महेश अपनी बीती जिंदगी की सारी बातें साझी कीं। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया।
वैलेंटाइन डे वीक के दौरान नसीमा खातून अपनी मासूम बेटी को लेकर ट्रेन से बरेली पहुंचीं। इसके बाद महेश शर्मा और नसीमा आचार्य केके शंखधार से मिले और शादी करने की इच्छा जताई। शहर के एक आश्रम में नसीमा खातून ने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया। पंडित केके शंखधार ने नसीमा को नया नाम मीनाक्षी शर्मा दिया। इसके बाद मीनाक्षी का विवाह उनके प्रेमी महेश शर्मा के साथ कराया गया। विवाह के दौरान महेश के परिजन भी मौजूद रहे। दोनों की शादी से महेश के परिजन काफी खुश हैं। महेश ने बताया कि वह नसीमा की बेटी पिता के तौर पर पालेंगे। महेश से शादी करने के बाद नसीमा बेहद खुश हैं। आश्रम में विवाह संपन्न होने के बाद वह अपनी ससुराल चली गईं। बता दें नसीमा खातून उर्फ मीनाक्षी की तरफ से एक शपथ पत्र भी सामने आया है। इसमें उन्होंने अपनी मर्जी से सनातन धर्म स्वीकार करने की बात कही है। किसी तरह के दवाब या जोर जबरदस्ती से इनकार किया।

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