स्ट्रीट लाइटों की मनमाने ढंग से खरीदारी करने का मामला
नगर पालिका क्षेत्र से बाहर भी कराया गया कार्य
आजमगढ़। पूर्व पालिकाध्यक्ष शीला श्रीवास्तव द्वारा कराए गए विकास कार्यों की जांच शासन के निर्देश पर दोबारा शुरू हो चुकी है। शासन के निर्देश पर एसडीएम सदर ज्ञानचंद गुप्ता आरोपों की जांच कर अपनी रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं। जांच के बाद शासन स्तर से कार्रवाई की जाएगी।
नगरपालिका की पूर्व अध्यक्ष शीला श्रीवास्तव का दूसरा कार्यकाल काफी विवादित रहा है। कभी दूसरे की जमीन कब्जा कर दुकान बनाने का मामला रहा हो या फिर बिना टेंडर कराए ही कार्य कराने का मामला रहा हो। इसकी अक्सर शिकायतें होती रहीं। वर्ष 2020-21 में इनके द्वारा एक लाख से ऊपर के कामों को टुकड़ों में बांटकर बिना टेंडर ही कराया गया। नगरपालिका क्षेत्र के बाहर भी इनके द्वारा कार्य कराए गए।
इतना ही नहीं मनमाने तरीके से स्ट्रीट लाइटों की खरीदारी भी की गई। किसी ने इसकी शिकायत प्रशासन से कर दी। प्रशासन की ओर से तत्कालीन एसडीएम वागीश शुक्ला को जांच करने का निर्देश दिया गया। एसडीएम ने इसकी जांच में लगभग 70 से 80 लाख रुपये के गड़बड़ी और धन के दुरुपयोग की बात पकड़ी। उन्होंने इसकी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी। पालिकाध्यक्ष शीला श्रीवास्तव का कार्यकाल तो खत्म हो गया लेकिन जांच चलती रही। अब शासन स्तर से एक बार फिर इनके द्वारा किए गए शासकीय धन के दुरुपयोग की जांच करने का निर्देश दिया गया है कि कहीं यह धनराशि और अधिक तो नहीं है। शासन के निर्देश पर एसडीएम सदर ज्ञानचंद गुप्ता जांच में जुटे हैं।