आजमगढ़: भाई ने बताई हत्या से पूर्व की कहानी

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बोले पड़ोसी बचाने को चीखती रही विवाहिता लेकिन हम लोग....
विवाहिता की हत्या कर शव घर में दफनाने का मामला
रिपोर्ट-कमलाकांत शुक्ल

आजमगढ़। विवाहिता की हत्या कर घर में दफनाने वाले मामले में विवाहिता के परिजनों ने अत्याचार की दास्तां को बयां किया। विवाहिता के भाई ने बताया कि मोटर सायकिल की मांग को लेकर अक्सर मेरी बहन को प्रताड़ित किया जाता था। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उनकी मांग पूरी नहीं की जा सकती लेकिन इस बावत 40 हजार रूपये इकट्ठा कर बहन के ससुराल वालों को दिया गया था लेकिन फिर भी उनका मन नहीं भरा। वहीं पड़ोसियों ने बताया कि जब उसकी पिटाई की जा रही थी तो हम लोग हिम्मत जुटाकर भी उसे नहीं बचाने जा पायें क्यों कि पूर्व जब उसके साथ मारपीट की गई थी और बीच-बचाव करने पर उल्टे ही हम लोगों पर इन लोगों ने छेड़खानी का मामला दर्ज कराने की धमकी दी थी इतना ही नहीं मामला थाने तक भी पहंुच गया था।
बताते चलें कि अनीता 19 वर्ष पुत्री स्व० बीरेंद्र गौड़ निवासी आराजी देवारा नैनीजोर (रानीपुर, नई बस्ती) की शादी 10 अप्रैल 2023 को महराजगंज थाना क्षेत्र के आराजी जजमनजोत गांव निवासी सूरज पुत्र गुलाब गौड़ के साथ बुढ़ऊ बाबा मन्दिर, शिवपुर में हुई थी। शादी के बाद से ही वह पति के घर पर रह रही थी। दहेज में मोटर साइकिल की मांग को लेकर उसके पति व ससुर अक्सर उसका उत्पीड़न करते थे। गुरुवार को हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए उसको पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया और घर के अंदर ही उसे दफना दिया। शुक्रवार की सुबह आरोपी घर में ताला लगाकर जाने लगे उनके साथ अनीता को जाता हुआ न देखकर शक होने पर लोगों ने घर के अंदर आवाज लगाई लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। शक के आधार पर पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने गांव वालों की उपस्थिति में ताला तुड़वाकर घर के अंदर प्रवेश किया तो एक कोने में खोदी हुई मिट्टी देखकर वहां खुदाई कराया, जिसके अंदर से मृतका का शव बरामद हुआ। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका के छोटे भाई हरेंद्र ने बताया कि मेरे माता-पिता इस दुनियां में नहीं हैं। अनीता तीन भाइयों और चार बहनों में सबसे छोटी थी। मेरे दोनों भाई रोजी रोटी के सिलसिले में बाहर रहते हैं। बहन की ससुराल वाले दहेज में मोटरसाइकिल की मांग कर रहे थे किंतु पैसे का प्रबंध न होने के कारण नहीं दिया जा सका। बाद में चालीस हजार रूपये लड़के वालों को दिया गया किंतु इसके बावजूद भी मेरी बहन को प्रताड़ित करते थे। पिछले कुछ महीने से उससे बात भी नहीं कराते थे। घटना के संबंध में थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह ने कहा कि प्रार्थना पत्र के आधार पर दहेज हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।

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