पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व भाजपा नेता सहित 4 पर एक लाख का इनाम घोषित

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भाजपा ने पार्टी से किया बाहर, जानिए मामला

कानपुर। यूपी के कानपुर में किसान बाबू सिंह की मौत के मामले में नामजद आशू दिवाकर समेत चार लोगों पर इनाम की राशि बढ़ा दी गई है। इसमें बाल संरक्षण आयोग का एक सदस्य भी शामिल है। पुलिस ने चारों पर 50 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये का इनाम कर दिया है। आशू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस भी लगातार दबिश दे रही है। बतादें कि मैनपुरी का पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष डा. प्रियरंजन उर्फ आशू दिवाकर को भाजपा ने मंगलवार को बाहर कर दिया है। उसे बाल संरक्षण आयोग में चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञ के तौर पर सदस्य बनाया गया था। आयोग में उसकी सदस्यता बरकरार होने पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं पर अभी तक आयोग की साइट पर वह सदस्य के तौर पर दर्ज है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. देवेन्द्र शर्मा ने माना कि डा. प्रियरंजन आशू दिवाकर अभी भी सदस्य पद पर है। उसका आयोग की बैठकों में पहले से कम आना जाना था। पिछली कई बैठक में वह नदारद रहा। अध्यक्ष ने कहा कि किसी सदस्य को आयोग से निकालने का अधिकार मेरे पास नहीं है। यह निर्णय शासन स्तर पर ही होगा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आशू दिवाकर अब सरेंडर की फिराक में हैं। उसने कुछ प्रभावशाली लोगों से सम्पर्क साधा है। धारा 82 की कार्रवाई को रोकने को उसकी तरफ से दोबारा अर्जी दाखिल की गई है।
किसान बाबू सिंह यादव की पत्नी बिटान देवी, बेटियां रूबी और काजल न्याय संघर्ष समिति के अभिमन्यु गुप्ता और सपा नेता फतेह बहादुर सिंह गिल के साथ पुलिस कमिश्नर से मिले। बेटियों ने पुलिस कमिश्नर आरके स्वर्णकार से कहा कि जैसे आशू दिवाकर ने हमारे जीवन और सपनों को रौंदा है वैसे ही उसके घर पर बुलडोजर कब चलेगा। बेटियों ने आरोपितों के खिलाफ कुर्की और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की। पुलिस कमिश्नर ने बेटियों की बात सुनने के बाद आश्वासन दिया कि मामले में जितनी कड़ी कार्रवाई हो सकती है वह सब की जा रही है। चकेरी निवासी बाबू सिंह की जमीन गलत तरीके से रजिस्ट्री करवा ली गई थी। इसके बाद जमीन के बदले दी गई चेक को भी छीन लिया गया था। पूरा खेल आशू दिवाकर का रचा हुआ था। इससे तंग आकर बाबू सिंह ने नौ सितंबर को ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली थी। बाबू की पत्नी ने आशू दिवाकर समेत छह लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने, धोखाधड़ी समेत कई गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में नोएडा का व्यापारी नेता राहुल जैन और चकेरी के मधुर पांडेय को गिरफ्तार किया जा चुका है। फरार आशू दिवाकर पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था, जिसे बढ़ाकर अब एक लाख रुपये कर दिया गया है।

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