घोसी उपचुनाव में पीएम मोदी के कटप्पा ने दिया सपा प्रत्याशी को समर्थन

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मऊ। भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के बीच प्रतिष्ठा का सवाल बन चुके घोसी उपचुनाव में सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर को बड़ा झटका लगा है। सुभासपा से अलग होकर सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी बना चुके ओपी राजभर के पुराने सहयोगी महेंद्र राजभर ने घोसी में सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह को समर्थन का ऐलान कर दिया है। मऊ में राजभर समाज के बीच महेंद्र राजभर की अच्छी पकड़ मानी जाती है। महेंद्र राजभर को 2017 में सुभासपा-भाजपा गठबंधन की तरफ से मुख्तार अंसारी के खिलाफ मैदान में उतारा गया था। तब खुद पीएम मोदी ने महेंद्र राजभर को 'कटप्पा' की संज्ञा दी थी।
सुभासपा से अलग होने के बाद से महेंद्र राजभर मऊ और आसपास अपनी पार्टी को लगातार मजबूत कर रहे हैं। सोमवार को उनकी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर बलिराज राजभर सपा दफ्तर पहुंचे और सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह को घोसी उपचुनाव में समर्थन का ऐलान कर दिया । बलिराम ने कहा कि हमारे नेतृत्व महेंद्र राजभर ने आज सभी की सहमति से फैसला लिया है कि सपा के सुधाकर सिंह को समर्थन दिया जाएगा। कहा कि सुधाकर सिंह घोसी की आवाज हैं।
बलिराम ने कहा कि सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह की कार्यकर्ताओं में जबरदस्त पकड़ है। जनता में जिस तरह से इनकी लोकप्रियता है, इनका जीतना तय है । बलिराम ने कहा कि हमारी पार्टी के प्रत्याशी का पर्चा ओपी राजभर और दारा सिंह चौहान ने मिलकर खारिज करा दिया है। इसका खामियाजा इन लोगों को चुनाव में भुगतना पड़ेगा। यहां की जनता सपा के सुधाकर सिंह को जिताकर बदला लेगी। यह भी कहा कि बिना किसी शर्त सपा प्रत्याशी को समर्थन दिया जा रहा है।
2022 के विधानसभा चुनाव के बाद महेंद्र राजभर ने ओपी राजभर पर कई आरोप लगाते हुए सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी बना ली थी। महेंद्र राजभर ने भी घोसी से अपनी पार्टी को मैदान में उतारा था लेकिन उसका नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया था। घोसी में यादव और मुसलमानों के बाद सबसे ज्यादा संख्या राजभर समाज की है। अगर महेंद्र राजभर अपने समाज में सेंध लगाने में कामयाब हो गए तो भाजपा के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है।

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