कभी बैक बेंचर कहकर चिढ़ाते थे दोस्त

Youth India Times
By -
0

प्रोफेसर बन जीती मिस इंडिया कोहिनूर का खिताब
जानिए आकांक्षा त्रिवेदी की सफलता की कहानी
वाराणसी यूपी के वाराणसी जिले की रहने वाली आकांक्षा त्रिवेदी ने मिस इंडिया कोहिनूर का खिताब अपने नाम किया है. यूं तो आकांक्षा पेशे से प्रोफेसर हैं, लेकिन सूबे की राजधानी लखनऊ में हुए कम्पटीशन में उन्होंने रैंप पर अपना जलवा बिखेरा और मिस इंडिया कोहिनूर का तमगा अपने नाम किया. उनके इस कामयाबी से उनके घर के साथ कॉलेज में खुशी का महौल है. बताते चलें कि इस कम्पटीशन में अलग- अलग राज्यों से कुल 80 मॉडल्स शामिल हुई थी. आकांक्षा ने बताया कि स्कूल टाइम में वो सबसे कमजोर छात्रा थी और क्लास रूम में वो सबसे पीछे बैठा करती थी. इसके अलावा उन्हें मेकअप और अन्य चीजों का भी शौक नहीं था. जिसके कारण उनके फ्रेंड भी उन्हें बैक बेंचर और टॉम बॉय कहकर चिढ़ाते थे. 10वीं कक्षा तक बैक बेंचर रहने वाली आकांक्षा ने पढ़ाई में मेहनत की और अपने हौसले के दम पर उन्होंने ने पीएचडी और नेट क्वालीफाई कर बीएचयू से सम्बद्ध वसंत कॉलेज फॉर वुमेन में प्रोफेसर के पद पर तैनात हुईं. इसी के साथ मिस इंडिया कोहिनूर का खिताब भी अपने नाम किया है. आकांक्षा ने बताया कि उनके इस सफलता के लिए उनके माता-पिता और उनके पति के साथ स्कूल और कॉलेज के शिक्षकों ने काफी मदद की है. उन्हें प्रेरित भी किया है. बताते चलें कि आकांक्षा के पिता शिशिर त्रिवेदी डिप्टी एसपी से रिटायर्ड हैं. यूपी के राजधानी लखनऊ में आयोजित इस कम्पटीशन में देश के अलग-अलग राज्यों की 80 मॉडल्स शामिल हुई थी. कई स्टेप के टफ कम्पटीशन के बाद आकांक्षा त्रिवेदी ने ये खिताब अपने नाम किया है.

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)